इस शेयर में खरीदने की यूबीएस की सलाह, एक लाख का बन सकता है 1.40 लाख
मुंबई- केबल एंड वायर कंपनी केईआई इंडस्ट्रीज (KEI Industries) का स्टॉक निवेशकों को आने वाले दिनों में बंपर रिटर्न दे सकता है। विदेशी ब्रोकरेज हाउस यूबीएस (UBS) ने KEI Industries के स्टॉक को लेकर रिसर्च नोट जारी किया है जिसमें ब्रोकरेज हाउस ने कहा है कि, केईआई इंडस्ट्रीज का शेयर आने वाले एक साल में 40 फीसदी का रिटर्न दे सकता है।
यूबीएस की मानें तो स्टॉक 6150 रुपये तक जा सकता है जो बुधवार 21 अगस्त 2024 को 4674 रुपये पर बंद हुआ है। यूबीएस ने पहली बार KEI Industries के स्टॉक को लेकर नोट जारी किया है जिसमें ब्रोकरेज हाउस ने निवेशकों को स्टॉक खरीदने की सलाह दी है।
नोट के मुताबिक स्टॉक अगले 12 महीनों में 6150 रुपये के लेवल तक जा सकता है जो मौजूदा लेवल से 32 फीसदी ज्यादा है। यूपीएस ने 19 अगस्त को स्टॉक पर अपना कवरेज रिपोर्ट जारी किया था उस दिन स्टॉक 4365.85 रुपये पर था यानि इस लेवल से स्टॉक में 40 फीसदी से ज्यादा की तेजी आने की उम्मीद है। यूपीएस की रिपोर्ट के सामने आने के बाद शेयर में 7 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
KEI Industries एक मल्टीबैगर स्टॉक है जिसने छह महीने में निवेशकों को डबल रिटर्न दिया है और एक महीने में 63 फीसदी की तेजी आ चुकी है। एक जनवरी 2021 को स्टॉक 484 रुपये पर था। और इस लेवल से स्टॉक में 865 फीसदी का उछाल आ चुका है। यूबीएस ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि केबल एंड वायर सेगमेंट में KEI इंडस्ट्रीज मजबूती के साथ मौजूद है।
ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक कंपनी के लिए आने वाले दिनों में कई ट्रिगर है जिसमें केबल एंड वायर सेगमेंट में लंबी अवधि तक आने वाली ग्रोथ, ब्रांडेड हाउसिंग वायर एंड केबल्स सेगमेंट में मार्केट शेयर बढ़ने की संभावना, एक्सपोर्ट में तेजी के साथ ही स्विचेज और स्विचगीयर जैसी इलेक्ट्रिकल सेगमेंट में उतरने की संभावना शामिल है।
यूबीएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वायर सेगमेंट में असंगठित क्षेत्र की बहुत ज्यादा हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2023-24 में ये हिस्सेदारी 30 फीसदी के करीब थी. ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक वित्त वर्ष 2027-28 में ये घटकर 15 फीसदी तक आने का अनुमान है। ब्रांडेड वायर की क्वालिटी और सेफ्टी को लेकर जागरूकता आने और कंज्यूमर ब्रांड को मजबूत बनाने पर ज्यादा निवेश करने से KEI Industries को फायदा होगा और वायर मार्केट के संगठित होने से भी कंपनी को फायदा होगा।