डीमार्ट की पैरेंट कंपनी का शेयर 5000 रुपये के करीब, और मिलेगा फायदा
मुंबई- वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान एवेन्यू सुपरमार्ट्स (Avenue Supermarts) जो डीमार्ट ब्रांड नाम से स्टोर (DMart store) ऑपरेट करती है उसने शानदार नतीजे पेश किए जिसके बाद ब्रोकरेज हाउस ने एवेन्यू सुपरमार्ट्स के स्टॉक को निवेशकों को खरीदने की सलाह दी है। सोमवार 15 जुलाई के कारोबारी सत्र में कंपनी का स्टॉक 0.01 फीसदी के उछाल के साथ 4989 रुपये पर क्लोज हुआ है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.25 लाख करोड़ रुपये के करीब जा पहुंचा है।
सेंट्रम ब्रोकिंग (Centrum Broking) ने एवेन्यू सुपरमार्ट्स को लेकर रिसर्च नोट जारी किया है जिसमें ब्रोकरेज हाउस ने बताया कि कंपनी का स्टॉक 5428 रुपये तक जा सकता है। यानि अपने मौजूदा लेवल से स्टॉक 10 फीसदी के करीब रिटर्न दे सकता है। साल 2024 में एवेन्यू सुपरमार्ट्स के स्टॉक ने निवेशकों को 22 फीसदी का रिटर्न दिया है। हालांकि पिछले पांच वर्षों में स्टॉक 250 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है।
जेफरीज ने डीमार्ट के स्टॉक को निवेशकों को होल्ड करने की सलाह दी है और 4600 रुपये का टारगेट दिया है। जबकि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने 5500 रुपये स्टॉक का टारगेट प्राइस दिया है। सेंट्रम ब्रोकिंग ने बताया कि डीमार्ट के पहले तिमाही के नतीजे उम्मीद के मुताबिक आया है।
कंपनी का रेवेन्यू 18.6 फीसदी के ग्रोथ के साथ 13,716 करोड़ रुपये रहा है तो मुनाफा 16.8 फीसदी के ग्रोथ रेट के साथ बढ़ा है. ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक अर्थव्यवस्था में सुधार के चलते लोगों में खर्च करने की प्रवृति बढ़ी है जिसका फायदा डीमार्ट को मिलता नजर आ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक डीमार्ट ने पहली तिमाही में 6 नए स्टोर जोड़े हैं और कुल स्टोर्स की संख्या बढ़कर 371 हो गई है।
ब्रोकरेज हाउसेज का मानना है कि डीमार्ट एक डिस्काउंट रिटेलर है। इसके चलते कंज्यूमर को कम कीमतों पर सामान उपलब्ध होता है जो सेल्स को बढ़ाने में मदद कर रहा है। इससे कीमतों को लेकर बेहद संवेदनशील मार्केट्स में डीमार्ट को मार्केट शेयर बढ़ाने में मदद मिली है।
सीएलएसए ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि डीमार्ट भारत के 500 बिलियन डॉलर फूड और ग्रॉसरी मार्केट का बड़ा खिलाड़ी है। फिलहाल इस स्पेस पर छोटे रिटेलर्स का कब्जा है. सीएलएसए का मानना है कि अगले 25 वर्षों में TAM बढ़कर 2.3 ट्रिलियन डॉलर तक जा पहुंचेगा जिसमें डीमार्ट की हिस्सेदारी मौजूदा एक फीसदी से बढ़कर 5 फीसदी हो जाएगी।