फार्मा सेक्टर का अब तक का सबसे बड़ा IPO अगले हफ्ते, ग्लैंड फार्मा जुटाएगी 6 हजार करोड़ रुपए
मुंबई- देश में अब तक का सबसे बड़ा IPO (इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग) आ रहा है। यह अगले हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुल सकता है। इसके जरिए कंपनी 6 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। ग्लैंड फार्मा का यह आईपीओ चीन की कंपनी की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली है।
दरअसल देश में अब तक फार्मा सेक्टर का सबसे बड़ा IPO एरिस लाइफ साइंसेस लाई थी। इसने 2017 में 1,741 करोड़ रुपए IPO के जरिए जुटाया था। इसके बाद 2015 में अल्केम लैब ने 1,350 करोड़ और 2016 में लौरस लैब ने 1,350 करोड़ रुपए जुटाया था। 2017 के बाद यह पहली फार्मा कंपनी है शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। कंपनी का रेवेन्यू मार्च 2020 में 2,772 करोड़ रुपए था जबकि एक साल पहले मार्च 2019 में यह 2,129.7 करोड़ रुपए था।
शंघाई फोसन फार्मा की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली ग्लैंड फार्मा के IPO (इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग) को सेबी की मंजूरी पिछले हफ्ते मिली थी। चीन की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली किसी कंपनी का यह पहला IPO होगा। इस IPO के तहत 1,250 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू हो सकता है जबकि 4,750 करोड़ रुपए का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) रखा जा सकता है। यानी इस इश्यू का साइज 6000 करोड़ रुपए हो सकता है। IPO के लीड मैनेजर में सिटी, नोमुरा और कोटक महिंद्रा बैंक हैं।
इंजेक्टेबल दवाओं को बनाती है कंपनी
बता दें कि ग्लैंड फार्मा हैदराबाद की कंपनी है। यह इंजेक्टेबल दवाओं को बनाती है। यह हाल के समय का सबसे बड़ा IPO है। सेबी की ये मंजूरी उस समय आई है जब भारत में फार्मा सेक्टर में जोरदार तेजी है और भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद गहरा गया है। हाल के समय में फार्मा स्टॉक ने अच्छा रिटर्न दिया है। ऐसे में ग्लैंड फार्मा के IPO को बेहतर रिस्पांस मिल सकता है।
तीन सालों में फार्मा कंपनी का पहला IPO
हाल में कई आईपीओ लॉन्च हुए हैं लेकिन इस साल अभी तक बाजार में किसी नई फार्मा कंपनी की लिस्टिंग नहीं हुई है। फार्मा कंपनी का आखिरी IPO 2017 में आया था। उस समय एरिस लाइफसाइंसेस ने IPO लाया था। ग्लैंड फार्मा IPO में प्राइमरी और सेंकेंडरी दोनों तरह के इश्यू होंगे। इस इश्यू के जरिए चीन का फोसन ग्रुप (Fosun group) और कंपनी के भारतीय फाउंडर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। इस आईपीओ से मिलने वाले ज्यादातर पैसे का इस्तेमाल कंपनी के भारतीय कारोबार के को बढ़ाने के लिए निवेश और वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
1978 में स्थापित हुई थी कंपनी
ग्लैंड फार्मा की स्थापना 1978 में पीवीएन राजू ने की थी। कंपनी मुख्यत: जेनरिक इंजेक्टेबल फार्मा प्रोडक्ट बनाती है। हॉन्ग कॉन्ग में लिस्टेड फोसन ने 1.09 अरब डॉलर के निवेश से अक्टूबर 2017 में प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर से ग्लैंड फार्मा में 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी।