मुनाफावसूली के लिए पेटीएम और जोमैटो में हिस्सेदारी बेच सकता है सॉफ्टबैंक
मुंबई- सॉफ्टबैंक पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस और ज़ोमैटो में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचना चाहती है। इसका मकसद मुनाफावसूली है। सॉफ्टबैंक ब्लॉक डील के बजाय खुले बाजार में दोनों कंपनियों के शेयरों को छोटे हिस्सों में बेच सकता है।
जापान के इस निवेश समूह ने जोमैटो के शेयर के लिए लगभग 65-70 रुपये और पेटीएम के शेयर के लिए 830-840 रुपये का भुगतान किया था। 15 जून को पेटीएम के शेयर 900 रुपये और जोमैटो के शेयर 74.95 रुपये पर बंद हुआ था। पेटीएम ने इस साल लगभग 70 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है, जबकि जोमैटो ने 24 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। इन कंपनियों की वित्तीय सेहत में सुधार का असर इनके शेयरों पर पड़ा है।
सॉफ्टबैंक भुगतान प्रमुख पेटीएम और फूड एग्रीगेटर जोमैटो की लिस्टिंग के बाद पहली बार उनके शेयरों को लाभ में बेचेगी। दोनों कंपनियों के शेयरों की लिस्टिंग 2021 में हुई थी। इससे पहले इस जापानी बैंक ने ज्यादातर शेयर घाटे में ही बेचे हैं।
पेटीएम ने इस साल 68 फीसदी से अधिक की कमाई की है और जोमैटो ने 76 रुपये के अपने IPO मूल्य को पार कर लिया है। सॉफ्टबैंक के पास पेटीएम में 11.17 फीसदी और जोमैटो में 3.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
सॉफ्टबैंक, भारत के सबसे सक्रिय स्टार्टअप निवेशकों में से एक है, जिसने 20 से अधिक यूनिकॉर्न में निवेश किया है। हालांकि इसने 2023 में एक अरब डॉलर या उससे अधिक मूल्य की निजी कंपनियों में निवेश नहीं किया है। लेकिन कुछ अच्छे प्रदर्शन वाली कंपनियों में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेची है।