रिन्यूएबल एनर्जी में भारत में 20 अरब डॉलर के निवेश की संभावना
मुंबई- भारत में 2023 में नवीकरणीय ऊर्जा (रिन्यूएबल एनर्जी) में 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश आकर्षित करने की क्षमता है। इसके लिए टिकाऊ बिजली के लिए एक मजबूत ढांचे की जरूरत है। शुक्रवार को एक सम्मेलन में यह उम्मीद जताई गई। उद्योग जगत के विशेषज्ञ।
एक बयान में कहा गया है कि सौर ऊर्जा चुनौतियों, हरित हाइड्रोजन को व्यवहार्य बनाने के लिए रोडमैप, विंड एनर्जी को बढ़ावा देने और भारत में हरित वित्तपोषण की स्थिति पर एक श्वेत पत्र तैयार किया जाएगा। दिसंबर, 2022 में ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने भी 2023 में इस क्षेत्र में 25 अरब डॉलर के निवेश की संभावना जताई थी।
सम्मेलन में आयोजक ब्लू सर्कल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ आनंद ने कहा, कई क्षेत्रों ने सकारात्मक बदलाव की शुरुआत की है। उदाहरण के लिए, मेडिकल उपकरण क्षेत्र अपने उत्पादों के चेसिस के लिए लंबे समय तक काम करने की योजना बना रहा है। चिकित्सा डिस्पोजेबल निर्माता अपने उत्पादों के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए बायो-डिग्रेडेबल सामग्रियों के उपयोग की खोज कर रहे हैं।
एनटीपीसी रिन्यूएबल्स के सीईओ मोहित भार्गव ने कहा कि भारत 2030 तक 280 गीगावॉट सौर ऊर्जा प्राप्त करने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। इसलिए सौर ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाना अनिवार्य है। सौर मॉड्यूल के लिए चीन पर महत्वपूर्ण निर्भरता को देखते हुए भारत को एक मजबूत घरेलू सौर मॉड्यूल निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने की जरूरत है।