त्योहारी मौसम में कर्ज और महंगा, तीन बैंकों ने बढ़ाया ब्याज
मुंबई- त्योहारी मौसम में होम, पर्सनल और ऑटो लोन सहित अन्य कर्ज महंगे हो गए हैं। एसबीआई, कोटक बैंक और फेडरल बैंक ने एमसीएलआर को बढ़ा दिया है। हालांकि, एसबीआई सहित कुछ बैंकों ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि उन्होंने त्योहारी मौसम में अपनी ब्याज दरों में 0.30 फीसदी तक की कटौती की है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एमडी एएस राजीव ने कहा कि इस तरह की दरों के बढ़ने का त्योहारी मौसम में बहुत ज्यादा असर कर्ज पर नहीं पड़ेगा। साथ ही हमने दरों में कटौती की है। मई से लेकर अब तक आरबीआई ने रेपो दर में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इससे बैंकों ने पहले ही कर्ज को महंगा कर दिया है। ऐसी आशंका है कि दिसंबर की मीटिंग में एक बार फिर आरबीआई रेपो दर बढ़ा सकता है जिससे पांचवीं बार लोगों को ज्यादा किस्त चुकानी पड़ेगी।
एसबीआई ने एक साल के एमसीएलआर को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 7.95 फीसदी कर दिया है। दो से तीन साल के एमसीएलआर की दर अब 8.15 फीसदी और 8.25 फीसदी हो गई है। यह पहले 7.90 और 8 फीसदी पर थी। यह दर 15 अक्तूबर से लागू हो गई है। हालांकि, बैंक ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि उसने त्योहारी मौसम में अपनी ब्याज दरों में 0.30 फीसदी तक की कटौती की है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा कि उसने तमाम अवधि के मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को 7.70 से 8.95 फीसदी के बीच कर दिया है। एक साल का एमसीएलआर अब 8.75 फीसदी होगा। फेडरल बैंक ने कहा कि उसका एक साल का एमसीएलआर अब 8.70 फीसदी होगा। दोनों की नई दरें 16 अक्तूबर से लागू की गई हैं।
त्योहारी मौसम में खरीदी से कर्ज की मांग में तेजी आने की उम्मीद है। उद्योग संगठन कैट का दावा है कि करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी इस दौरान होगी। ऐसे में बैंकों से बड़े पैमाने पर पैसे निकल सकते हैं जिसको देखते हुए पहले से ही बैंकों ने एफडी पर ब्याज दर बढ़ा दी थी, ताकि तरलता की दिक्कत नहीं हो। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, इस साल सितंबर में बैंकों की उधारी में 16 फीसदी की वृद्धि दिखी है जो पिछले 10 साल का रिकॉर्ड है। जबकि अब अक्तूबर में दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहार हैं तो कर्ज में और उठाव आने की उम्मीद है।
यूनियन बैंक ने एफडी पर ब्याज बढ़ाकर अब 7 फीसदी तक कर दिया है। बैंक ने कहा कि नई दर 17 अक्तूबर से लागू होगी। 91 दिन से 180 दिन पर अब 0.20 फीसदी ज्यादा 4.10 फीसदी ब्याज मिलेगा। एक साल के एफडी पर 6.30 फीसदी ब्याज मिलेगा जो पहले 5.35 फीसदी था। एक साल से 443 दिन के एफडी पर 6.60 फीसदी का ब्याज जबकि 599 दिनों के एफडी पर 7 फीसदी का ब्याज मिलेगा। 5-10 साल के एफडी पर 6.70 फीसदी ब्याज है।