त्योहारी सीजन से डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की खपत बढ़ी
मुंबई- त्योहारी सीजन के कारण सितंबर में पेट्रोल और डीजल की खपत में इजाफा हुआ है। आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार बढ़ने और मानसून के समापन के कारण सितंबर में पेट्रोल की बिक्री 13.2 फीसदी बढ़कर 2.65 मिलियन टन हो गई। एक साल पहले यह 2.34 मिलियन टन थी। कोविड के पहले 2019 के सितंबर की तुलना में यह 23.3 फीसदी अधिक है। हालांकि, अगस्त की तुलना में यह 1.9 फीसदी कम है। इसी तरह से डीजल की बिक्री 22.6 फीसदी बढ़कर 5.99 लाख मिलियन टन रही, जो कोरोना के पहले सितंबर, 2019 की तुलना में 15 फीसदी अधिक है।
ऑटो ईंधन की बिक्री जुलाई और अगस्त में मानसून और कम मांग के कारण घटी थी। हालांकि, विमानन क्षेत्र के खुलने से इनकी मांग कोरोना के पहले के स्तर पर आ गई। इसी तरह जेट ईंधन (एटीएफ) की मांग सितंबर, 2021 की तुलना में 41.7 फीसदी बढ़कर 5.44 लाख टन हो गई है। यह सितंबर, 2019 की तुलना में 12 फीसदी कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी भी कोरोना के कारण कुछ देशों में अंतरराष्ट्रीय यात्राएं पूरी तरह चालू नहीं हो पाई हैं, जबकि घरेलू विमानन सेवाएं पूरी तरह से चल रही हैं।
खाना पकाने वाली एलपीजी की बिक्री सालाना आधार पर 5.4 फीसदी बढ़कर 2.48 मिलियन टन सिंतबर में रही है। यह सितंबर, 2019 की तुलना में 14.9 फीसदी अधिक है। मासिक आधार पर एलपीजी की खपत 4.26 फीसदी बढ़ी है।
सालाना आधार पर देश में ऊर्जा की खपत 13.31 फीसदी बढ़कर 127.39 अरब यूनिट पहुंच गई है। जबकि इस साल के पहले 6 महीने में इसमें 11.65 फीसदी की तेजी देखी गई है। त्योहारी सीजन और आर्थिक गतिविधियों में सुधार से आने वाले समय में इलेक्ट्रिसिटी की खपत में और इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सितंबर में किसी एक दिन में सबसे अधिक 199.47 गीगावाट की खपत हुई थी। 2021 के सितंबर में यह 180.73 और 2019 में यह 173.14 गीगावाट थी।