पेटीएम में जले वारेन बफे के हाथ, 35 पर्सेंट का हुआ घाटा
मुंबई- दुनिया के दिग्गज निवेशक वारेन बफे भी पेटीएम में फंस गए हैं। उन्हें इस कंपनी के शेयर्स में पिछले 3 महीनों में 35 पर्सेंट का घाटा हुआ है।
बफे ने पेटीएम में 1279.7 रुपए के भाव से शेयर खरीदा था। इसका आईपीओ में भाव 2150 रुपए था। बफे ने उससे पहले खरीदा था। हालांकि यह शेयर कभी भी आईपीओ के भाव पर नहीं पहुंच पाया और हर रोज यह गिरावट में रहता है। मंगलवार को इसने 840 रुपए का नया निचला स्तर बनाया।
इस हिसाब से आईपीओ के भाव की तुलना में निवेशकों को इसमें 60 पर्सेंट का घाटा हुआ है। हालांकि बफे को 35 पर्सेंट का घाटा हुआ है। इसका मतलब यह माना जाए कि उन्होंने अगर पेटीएम में 100 करोड़ रुपए लगाए हैं तो उनका यह पैसा घटकर 65 करोड़ रुपए हो गया है।
सितंबर 2018 में उनकी कंपनी बार्कशायर ने 2179 करोड़ रुपए में पेटीएम की 2.6 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदी थी। बफे की कंपनी के पास पेटीएम के 1.56 करोड़ शेयर 31 दिसंबर 2021 तक थे। इसके अलावा बफे की अन्य कंपनी बीएच इंटरनेशनल के साथ अन्य निवेशक एंट फिन, एसवीएफ और अन्य को भी भारी घाटा हुआ है। इन सभी ने करीबन 1835 रुपए के भाव पर पेटीएम का शेयर खरीदा था।
अभी काफी सारे ब्रोकर्स का मानना है कि यह शेयर आगे ऊपर जा सकता है और 2530 रुपए तक जा सकता है। दौलत कैपिटल का ऐसा अनुमान है। गोल्डमैन का अनुमान है कि पेटीएम का शेयर आगे बढ़ सकता है। हालांकि इसी ब्रोकरेज ने इसका लक्ष्य पहले 1600 और फिर 1460 रुपए रखा था। मैक्वायरी ने पेटीएम के शेयर का भाव 700 रुपए तय किया है।
उधर, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा की कंपनी में स्टेक वैल्यू घटकर 1 अरब डॉलर से नीचे आ गई है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशंस है। 15 फरवरी को BSE पर इसके शेयर 2.77% गिरकर 840.05 रुपए के रिकॉर्ड लो लेवल पर आ गए हैं। इसकी लिस्टिंग के बाद पिछले तीन महीनों में विजय शेखर शर्मा के शेयरों की वैल्यू 1.5 अरब डॉलर तक घट गई है। लिस्टिंग के बाद से हर दिन शर्मा को 128 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।