छोटे और सस्ते शेयर्स में रिटेल निवेशकों के जल रहे हैं हाथ, देखिए लिस्ट
मुंबई- रिेटेल निवेशक लगातार छोटे और सस्ते शेयर्स में निवेश कर रहे हैं। इस वजह से इनको भारी घाटा हो रहा है। रिटेल निवेशकों का सबसे ज्यादा निवेश उज्जास एनर्जी में है जो 79.64% है। जबकि सिंटेक्स में 74.60, विकास लाइफकेयर में 66.72 और पुंज लायड में 64.17% हिस्सेदारी है।
हालांकि यह सभी छोटी कंपनियां हैं और इनका मार्केट कैप 600 करोड़ रुपए से भी कम है। रिटेल निवेशक इस तरह की छोटी और जोखिम भरी कंपनियों में ज्यादा दांव लगाते हैं क्योंकि यह सस्ते शेयर होते हैं। यस बैंक में भी रिटेल निवेशकों की संख्या 41 लाख से ज्यादा है। इसके बाद रिलायंस पावर में 34.40 लाख और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 32 लाख निवेशक हैं। यस बैंक और रिलायंस पावर में रिटेल निवेशकों के हाथ जले हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की लिस्टेड कंपनियों में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी अब तक के सबसे ज्यादा रिकॉर्ड पर पहुंच गई है। यह 7.32% है। वैल्यू के लिहाज से यह 18.98 लाख करोड़ रुपए है। आंकड़ों के मुताबिक, 31 दिसंबर तक रिटेल निवेशकों के निवेश का कुल वैल्यू 18.98 लाख करोड़ रुपए रहा।
सितंबर 2021 में यह 18.16 लाख करोड़ रुपए था। यानी एक तिमाही में इसमें 82 हजार करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। हालांकि तब हिस्सेदारी केवल 4.54% थी। रिटेल निवेशक हाल के समय में तेजी से अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर बाजार में लगातार तेजी से इनको फायदा हुआ है। लोगों के पास ज्यादा इनकम रही है और समय भी रहा है। इसलिए कोरोना काल में इन लोगों ने इस पैसे और समय का उपयोग शेयर मार्केट में निवेश के लिए किया।
वैसे LIC के IPO से अभी भी बाजार में रिटेल निवेशकों का रुझान बना हुआ है। माना जा रहा है कि इस वजह से 2 से 3 करोड़ नए डीमैट अकाउंट खुलेंगे। ऐसे में लिस्टेड कंपनियों में इनकी हिस्सेदारी और बढ़ जाएगी। रिटेल निवेशकों के शेयर बाजार में आने का एक कारण यह भी है कि ब्याज दरें कम हैं और दूसरा निवेश का कोई विकल्प भी नहीं है।
रिटेल निवेशक लगातार मिड और स्माल कंपनियों में निवेश कर रहे हैं। जबकि संस्थागत निवेशक इन शेयर्स से दूर रहते हैं। आंकड़े बताते हैं कि मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) में रिटेल निवेशकों ने 1.18 लाख करोड़ रुपए लगाया है।
टाटा मोटर्स में 31.98 लाख और टाटा पावर में 32.16 लाख निवेशक हैं। ITC में रिटेल निवेशकों की संख्या 29.51 लाख है जबकि SBI में 28.59 लाख रिटेल निवेशक हैं। वोडाफोन में इनकी संख्या 20.91 लाख और IRCTC में 20.35 लाख है। HDFC बैंक में 18.64 लाख निवेशक हैं।
इसी तरह से निजी बैंक HDFC बैंक में 65,292 करोड़ रुपए जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) में इनका निवेश 62,064 करोड़ रुपए है। लार्सन एंड टुब्रो में 51,397 और इंफोसिस में 49,800 करोड़ रुपए का निवेश है। रिलायंस का मार्केट कैप 15.81 लाख करोड़ जबकि HDFC बैंक का मार्केट कैप 8.17 लाख करोड़ रुपए है।
बजाज फाइनेंस में रिटेल निवेशकों के निवेश का वैल्यू 30,930 करोड़ रुपए है जबकि HDFC लिमिटेड में 32,715, ITC में 34,494, एशियन पेंट्स में 38,375 और TCS में 49,798 करोड़ रुपए इनके निवेश का वैल्यू है।