डिजिटल करेंसी लांच होगी, पर टैक्स वाले हुए बजट से निराश
मुंबई- निर्मला सीतारमण ने 1 घंटा 31 मिनट का भाषण तो दिया, लेकिन ये बजट महज भाषण सा लगा। टैक्स स्लैब नहीं बदला है। कोरोना से जुड़ी कोई रियायत नहीं है। किसानों को सिर्फ कहने को मिला है।
हां, वित्त मंत्री कुछ ऐसी बातें जरूर कह गईं जिन पर चर्चा जारी है। मसलन- सरकार अब डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगी। साथ ही इन्वेस्टमेंट का सबसे पॉपुलर जरिया बन चुकी क्रिप्टोकरेंसी की कमाई पर 30% टैक्स लेगी।
इनके साथ दो नई घोषणाएं भी कीं। पहली- एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग और कॉमिक्स, यानी AVGC सेक्टर में रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए AVGC प्रमोशन टास्क फोर्स बनाएगी सरकार। और दूसरी- प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए डिजिटल यूनिवर्सिटी।
इंतजार था कि इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव होगा। 9वें साल भी इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। टैक्स फ्री इनकम की लिमिट बढ़ाने की उम्मीद थी, यह घोषणा भी नहीं हुई।टैक्स फ्री इनकम का दायरा नहीं बढ़ा, टैक्स स्लैब रिवाइज्ड नहीं। आपको दो साल पुराने टैक्स रिटर्न को अपडेट करने की सुविधा
इसी तरह से उम्मीद थी कि 80C का दायरा बढ़ाया जाएगा। कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम कल्चर में ढल चुके इम्प्लॉइज को राहत मिलेगी, पर ऐसा नहीं हुआ। ऐसे इम्प्लॉइज की संख्या 82% से ज्यादा थी, जो दफ्तर नहीं जाना चाहते। 80C के तहत निवेश और खर्चों में पुरानी 1.5 लाख की लिमिट। वर्क फ्रॉम होम वर्कर के लिए कोई स्पेशल अलाउंस नहीं दिया।
15हजार 700 करोड़ रुपए का ऐलान किया था। इस बार भी पैकेज का ऐलान किया गया। इसके साथ ही GST पर फील गुड फैक्टर का जिक्र हुआ। MSME के लिए अगले 5 साल के लिए 6 हजार करोड़। डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस, ई-पोर्टल लॉन्च किया गया। ड्रोन शक्ति के लिए स्टार्टअप को मिलेगा प्रमोशन। उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को 6 हजार से बढ़ाकर 9 हजार किया जाएगा, पर ऐसा नहीं हुआ। हां, कुछ और ऐलान हुए जो निश्चित तौर पर किसान के लिए फायदेमंद साबित होंगे।

