इन छोटे शेयर्स में विदेशी निवेशकों ने बढ़ाई हिस्सेदारी, देखिए लिस्ट
मुंबई- पिछले साल यानी 2021 में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगभग 25,750 करोड़ रुपए की भारतीय इक्विटी खरीदी। इसी अवधि के दौरान बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में करीब 22 प्रतिशत और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में करीब 25 प्रतिशत की तेजी आई। एफआईआई ने 2021 की चार तिमाहियों में से प्रत्येक में लगभग 76 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई है।
इसमें दिलचस्प बात यह है कि इन 76 शेयरों में से 26 शेयरों ने पिछले एक साल में निवेशकों की संपत्ति को दोगुना कर दिया है और उनमें से 7 मल्टीबैगर बन गए जिन्होंने निवेशकों के पैसे को तीन गुना कर दिया। इसमें सारेगामा का शेयर एक साल में 858 रुपए से बढ़कर 5,267 रुपए हो गया है। यानी इसने 5 गुना से ज्यादा का रिटर्न इस एक साल में दिया है। इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 6.94 से बढ़कर 16.55 पर्सेंट हो गई है।
मान इंफ्रा के शेयर ने एक साल में 4 गुना से ज्यादा का फायदा दिया है। इसका शेयर 23 रुपए से बढ़कर 118 रुपए हो गया है। इसमें विदेशी निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 0.86 पर्सेंट कर ली है। जून 2021 में यह 0.03 पर्सेंट थी। इसी तरह केपीआर मिल्स में विदेशी निवेशकों ने इसी दौरान हिस्सेदारी बढ़ाकर 3.58 पर्सेंट कर ली है। इस शेयर ने एक साल में 3 गुना से ज्यादा का रिटर्न दिया। इसका शेयर 180 से बढ़कर 744 रुपए हो गया है।
कास्मो फिल्म भी इसी तरह का शेयर है। इसने 19 जनवरी 2021 से अब तक 2.83 गुना का फायदा निवेशकों को दिया है। इसका शेयर 441 से बढ़कर 1691 रुपए हो गया है। विदेशी निवेशकों ने मार्च में 3.46 पर्सेंट हिस्सेदारी को बढ़ाकर अब 5.45 पर्सेंट कर लिया है। रेनाइसेंस ग्लोबल का शेयर 2.18 गुना का फायदा दिया है। यह शेयर 98 से बढ़कर 311 रुपए हो गया है। इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 1.67 पर्सेंट हो गई है।
पनामा पेट्रोकेम में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इस समय 3.89 पर्सेंट है जो मार्च 2021 में 1.81 पर्सेंट थी। इसके शेयर ने एक साल में 2.29 गुना का फायदा दिया है। यह 303 रुपए से बढ़कर 997 रुपए हो गया है। चीनी सेक्टर की कंपनी द्वारिकेश का शेयर 31 से बढ़कर 96 रुपए हो गया है। यानी इसने भी 2 गुना से ज्यादा का फायदा दिया है। इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इस समय 4 पर्सेंट से ज्यादा है।