बजट की हो रही है तैयारी, जानिए शेयर बाजार क्या करेगा
मुंबई- निवेशक और इक्विटी मार्केट्स हर साल आम बजट का उत्सुकता से इंतजार करते हैं। हाल के वर्षों में, सरकार द्वारा कई प्री-बजट पॉलिसी घोषणाओं के चलते यह एक नॉन-इवेंट जैसा हो गया है। इसके बावजूद, इकोनॉमी का हर सेगमेंट उम्मीदों और घबराहट दोनों के साथ बजट आने का इंतजार करता है।
बजट पेश होने से पहले एक महीने का बीते 10 साल का आंकड़ा बताता है कि इस महीने में दलाल स्ट्रीट पर बिकवाल हावी रहते हैं। 2016 में बीएसई सेंसेक्स में एक महीने के दौरान 7.5 फीसदी की अच्छी मजबूती दर्ज की गई थी। वहीं 2013 में बेंचमार्क में 6.2 फीसदी की गिरावट रही थी। 2012 और 2020 दोनों वर्षों में इसमें 3.8 फीसदी की गिरावट आई थी, वहीं 2014 में 0.8 फीसदी और 2015 में 0.7 फीसदी की गिरावट आई थी।
वहीं 2017 और 2018 में पेश किए गए आम बजट से पहले एक महीने में इक्विटी मार्केट का प्रदर्शन मजबूत रहा था, जब क्रमशः 5.7 फीसदी और 6.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई थी। इसके अलावा 2021 में 1.5 फीसदी और 2019 में 0.6 फीसदी की बढ़त रही थी। इस बार भी ओमिक्रॉन के रूप में कोरोना दस्तक दे चुका है और यह ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
एक अन्य चिंता अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा मार्च की शुरुआत में ब्याज दर बढ़ाने की संभावना है। बाजार वर्तमान में ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद जैसे ग्लोबल सेंटीमेंट पर चल रहा है। फेडरल बैंक की दिसंबर पॉलिसी मीटिंग के मिनट्स से मार्च 2022 तक इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी के संकेत करते हैं। अगले 3-4 हफ्तों तक ओमीक्रोन को लेकर अनिश्चितता बनी रहेगी।
वैसे सरकार अब बजट का इंतजार किए बिना साल भर फिक्सल पॉलिसी और टैक्स रेट एडजस्टमेंट करती है। हालांकि, बजट को सरकार के फिस्कल डिसीप्लिन और इकोनॉमिक ग्रोथ को ल कर सरकार के इरादे का एक बड़ा संकेतक है। सरकार के मजबूत बजट पेश करने के अनुमान से इस बार मार्केट बाकी महीने दमदार प्रदर्शन करेगा।