बिपिन रावत के बारे में क्या कह रहे हैं पाकिस्तानी अखबार, पढ़िए यहां पर
मुंबई- देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के भारतीय सेना के सर्वोच्च अधिकारी होने के नाते इस एक्सीडेंट में पड़ोसी देश पाकिस्तान की मीडिया ने भी जबरदस्त तवज्जो दी। सभी बड़े पाकिस्तानी अखबारों ने अपनी न्यूज वेबसाइट्स पर इस एक्सीडेंट को मुख्य खबर के तौर पर जगह दी और पल-पल के अपडेट्स पर नजर बनाए रखी।
पाकिस्तानी अखबारों में हादसे की कवरेज के साथ ही जनरल रावत का प्रोफाइल भी बताया गया। इन अखबारों ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी होने के कारण ही जनरल रावत को सेना प्रमुख के पद से रिटायरमेंट के दिन ही देश का पहला CDS बनने का मौका मिलने का दावा किया गया।
पाकिस्तानी अखबारों ने जनरल रावत के कश्मीर और चीन सीमा से जुड़े अनुभव का भी जिक्र किया। सभी ने लिखा है कि जनरल रावत ने अपने 40 साल से ज्यादा लंबे करियर में बेहद लंबा समय कश्मीर में सैन्य अभियानों का नेतृत्व करने और चीन से जुड़ी सीमा पर भारतीय सेना की अगुआई करने में बिताया है।
पाकिस्तानी अखबारों ने इस बात को भी बेहद प्रमुखता से लिखा है कि जनरल रावत को मोदी से नजदीकी के कारण ही 2015 में बिना नंबर के सेना प्रमुख बनने का मौका मिला था। ‘डान’ अखबार ने अपनी खबर में यह भी दावा किया कि जनरल रावत को इसी नजदीकी के कारण दो अधिकारियों के उनसे ज्यादा वरिष्ठ होने के बावजूद सीधे सेना प्रमुख बनाया गया।
‘डान’ अखबार ने भारतीय वायुसेना के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर पोस्ट मैसेज और भारतीय न्यूज एजेंसियों की तरफ से दी जा रही जानकारी से एक्सीडेंट की खबर को कवर किया है। ‘ट्रिब्यून’ अखबार में भी जनरल रावत के एक्सीडेंट को सबसे टॉप न्यूज के तौर पर तवज्जो दी गई।
‘डेली पाकिस्तान’ अखबार ने भारतीय मीडिया में जारी की गई वीडियो फुटेज का इस्तेमाल करते हुए हादसे को कवर किया गया है। अखबार ने कहा कि जनरल रावत की मौत को लेकर अभी तक किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं है। उर्दू अखबार ‘जंग’ ने हादसे में 11 लोगों की मौत की खबर भारतीय मीडिया के हवाले से दी है। प्रमुखता से यह भी बताया गया कि हादसे में सभी शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल है।