फिनटेक को क्रांति में बदलने का समय आ गया है- नरेंद्र मोदी
मुंबई- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फिनटेक पहल को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है। एक क्रांति जो देश के हर नागरिक को फाइनेंशियल मजबूती प्रदान करती है। मोबाइल पेमेंट इसका जीता जागता उदाहरण है, जिसके जरिए रिकॉर्ड स्तर पर पेमेंट किया गया है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत में मोबाइल पेमेंट से लेन-देन पहली बार एटीएम से निकलने वाली नकदी से ज्यादा का रिकॉर्ड हासिल किया। बिना किसी फिजिकल ब्रांच के पूरी तरह से डिजिटल ब्रांच आज एक हकीकत है। बता दें कि भारत में इस समय डिजिटल बैंकिंग शुरू करने की योजना बन रही है। इस बैंक की कोई फिजिकल ब्रांच नहीं होगी। इस पर सरकार का थिंक टैंक नीति आयोग काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसमें भाग लिया। मोदी ने कहा कि करेंसी का इतिहास जबरदस्त विकास दिखाता है। उन्होंने कहा कि पहले यह सामानों का लेन-देन का तरीका था। फिर सिक्कों तक यह पहुंचा। इसके बाद नोट का चलन हुआ और फिर चेक के जरिए इसमें बदलाव लाया गया। हालांकि आज यह पूरी तरह से डिजिटल में बदल गया है।
मोदी ने कहा कि हम अपने अनुभवों और विशेषताओं को दुनिया के साथ साझा करने में विश्वास रखते हैं। उनसे सीखने में भी विश्वास रखते हैं। हमारे डिजिटल पब्लिक इंफ्रा दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। इस कार्यक्रम में 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इसका आयोजन केंद्र सरकार के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण ने किया है।
इस कार्यक्रम के मुख्य भागीदारों में इन्वेस्ट इंडिया, फिक्की और नैसकॉम के साथ नीति आयोग भी है। प्रमुख वक्ताओं में मलेशिया के वित्तमंत्री तेंगकू जफरूल अजीज, इंडोनेशिया की वित्तमंत्री मुल्यानी इंद्रावती, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, जापान के सॉफ्टबैंक के चेयरमैन मासायोशी सून, IBM कॉर्प के चेयरमैन अरविन्द कृष्ण, कोटक बैंक के MD उदय कोटक और अन्य लोग शामिल होंगे।
इस प्लेटफॉर्म के जरिए पॉलिसी, बिजनेस और टेक्नोलॉजी में दुनिया के अग्रणी लोगों को एक साथ लाए जाने की योजना है। इसमें इस बात पर भी चर्चा होगी कि कैसे एक समावेशी वृद्धि और मानवता की सेवा के लिए फिनटेक इंडस्ट्री के जरिए टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का फायदा उठाया जाए।

