IPO से पहले 2,000 करोड़ रुपए की डील को रद्द कर सकती है पेटीएम
मुंबई- वैल्यूएशन के मतभेदों के चलते IPO से पहले पेटीएम 2 हजार करोड़ के शेयर बिक्री के प्रस्ताव को रद्द कर सकती है। पेटीएम में चीन के बिजनेसमैन जैकमा के अंट ग्रुप का निवेश है। पेटीएम 2 हजार करोड़ रुपए के लिए 20 अरब डॉलर का वैल्यूएशन मांग रही थी। लेकिन शेयर खरीदने वालों ने इस वैल्यूएशन को काफी महंगा बताया। पेटीएम का वैल्यूएशन इस समय करीबन 16 अरब डॉलर बताया जा रहा है।
पेटीएम को उम्मीद है कि चूंकि बाजार में अच्छी खासी लिक्विडिटी है और मार्केट में धमाकेदार लिस्टिंग भी हो रही है इसलिए उसे निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिलने वाला है। फ्लिपकार्ट और अमेजन डॉटकॉम से प्रतिस्पर्धा तेज होने के बाद मार्च 2021 को समाप्त वर्ष के दौरान कंपनी के रेवेन्यू में 10% की गिरावट आई थी। पेटीएम को सेबी की ओर से आईपीओ लाने की मंजूरी मिल चुकी है।
पेटीएम अभी भी कम वैल्यूएशन पर संभावित रूप से प्री IPO बिक्री पर विचार कर सकती है। जल्द ही सेबी पेटीएम के IPO को मंजूरी दे सकती है। पेटीएम ने 16 जुलाई को सेबी के पास IPO के लिए अर्जी दी थी। उसने इस अर्जी में कहा था कि 2,000 करोड़ रुपए के प्री IPO प्लेसमेंट पर कंपनी विचार कर सकती है। माना जा रहा है कि कंपनी का IPO दीवाली के बाद ही आ सकता है।
पेटीएम अभी के भाव के हिसाब से 3200 से 3800 रुपए पर IPO ला सकती है। पेटीएम अब तक का सबसे बड़ा IPO लेकर आ रही है। रिटेल निवेशकों के लिए इसमें 10% हिस्सा रिजर्व है। पेटीएम का अभी का वैल्यूएशन 1.20 लाख करोड़ रुपए आंका जा रहा है। पर आगे चलकर यह वैल्यूएशन 1.80 लाख करोड़ रुपए तक हो सकता है।
मई में ग्रे मार्केट में इसका भाव 950 से 1 हजार रुपए के बीच कारोबार कर रहा था। हालांकि IPO से पहले जो शेयर खरीदे जाते हैं वे 1 साल के लिए लॉक इन रहते हैं। कंपनी 8,300 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी करेगी जबकि 8,300 करोड़ रुपए के शेयर वर्तमान शेयर धारक बेचेंगे। कंपनी लगातार घाटे वाली रही है। इसने मसौदे में कहा है कि यह गारंटी नहीं दे सकती है कि आगे फायदा कमाएगी।
कंपनी में एंट ग्रुप की 30.33%, जापान के सॉफ्ट बैंक की 18.73%, एलवेशन कैपिटल की 17.65%, अलीबाबा की 7.32%, विजय शेखर शर्मा की 14.97% और अन्य की 11% हिस्सेदारी है। पिछले तीन सालों से इसका शुद्ध घाटा रहा है। वित्त वर्ष 2020 में 2,943 और 2021 में 1,704 करोड़ का घाटा रहा है।