नवंबर में पीई और वेंचर कैपिटल निवेश 31% बढ़कर 5.6 अरब डॉलर, रियल एस्टेट और स्टार्टअप्स ने बढ़ाया योगदान
मुंबई। देश में निजी इक्विटी और वेंचर कैपिटल निवेश नवंबर में 31 फीसदी बढ़कर 5.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इससे कुल सौदों की गतिविधि में अंतर कम करने में मदद मिली है। 2025 के पहले 11 महीनों में कुल निवेश 49.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष के 56.2 अरब डॉलर के सौदे मूल्य का 88 फीसदी है।
आईवीसीए और ईवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर में सौदों का मूल्य अक्तूबर के 5.4 अरब डॉलर की तुलना में 4 फीसदी बढ़ा है। सौदों की संख्या के हिसाब से लेनदेन की संख्या पिछले वर्ष के 101 पर स्थिर रही और अक्तूबर के 109 से थोड़ी अधिक है। सौदों की संख्या पिछले वर्ष के कुल के लगभग बराबर या उससे थोड़ी कम रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मूल्यांकन अब भी ऊंचे बने हुए हैं। विक्रेताओं और निवेशकों के बीच बोली मांग का अंतर निजी इक्विटी और वेंचर कैपिटल (पीई/वीसी) सौदों को तेजी से पूरा करने में मुख्य बाधा बना हुआ है। अमेरिका-भारत मुक्त व्यापार समझौते की प्रतीक्षा हो रही है जो निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता को फिर से निर्धारित करने में सहायक हो सकता है। नवंबर में पीई/वीसी गतिविधि में सबसे बड़ा हिस्सा बायआउट निवेश का रहा, जो 2.1 अरब डॉलर था। पिछले वर्ष की तुलना में 37 फीसदी अधिक है।
स्टार्टअप निवेश 1.7 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसमें 56 फीसदी की वृद्धि हुई। वृद्धि निवेश दोगुने से अधिक बढ़कर 81.1 करोड़ डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर रहा। क्षेत्रवार परिप्रेक्ष्य से देखें तो रियल एस्टेट 3.7 अरब डॉलर के निवेश के साथ सबसे आगे रहा। बुनियादी ढांचा 53.1 करोड़ डॉलर और वित्तीय सेवाएं 48.4 करो़ॉ डॉलर के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। इन तीनों क्षेत्रों का कुल पीई/वीसी निवेश में 84 प्रतिशत हिस्सा था।

