चावल उत्पादन इस साल रिकॉर्ड 12.45 करोड़ टन, लेकिन दाल और तिलहन का घटा

मुंबई- अक्तूबर में समाप्त खरीफ सीजन में चावल उत्पादन रिकॉर्ड 12.45 करोड़ टन तक पहुंच गया। यह पिछले वर्ष के 12.28 करोड़ टन की तुलना में 1.4 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, दलहन, तिलहन और कपास का उत्पादन कम हुआ है। कृषि मंत्रालय के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार, खरीफ 2025-26 सीजन के लिए कुल खाद्यान्न उत्पादन 17.3 करोड़ टन होने का अनुमान है। यह एक साल पहले 16.9 करोड़ टन था।

मंत्रालय ने बुधवार को कहा, प्रमुख खरीफ फसलों के उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि का अनुमान है। खरीफ फसलें मानसून की शुरुआत में जून से जुलाई के बीच बोई जाती हैं। सितंबर-अक्तूबर में काटी जाती हैं। चावल, कुछ दलहन और तिलहन के साथ, मुख्य खरीफ फसल है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, देश के कुछ इलाकों में अत्यधिक बारिश से फसलें प्रभावित हुईं। लेकिन अधिकांश इलाकों को अच्छे मानसून से काफी फायदा हुआ है। इससे कुल मिलाकर फसल की अच्छी वृद्धि हुई है।

सोयाबीन का उत्पादन घटेगा

सोयाबीन उत्पादन 1.52 करोड़ टन से घटकर 1.42 करोड़ टन रहने का अनुमान है। तिलहन उत्पादन 2.8 करोड़ टन से घटकर 2.75 करोड़ टन रह सकता है। मूंगफली का उत्पादन एक करोड़ टन से बढ़कर 1.1 करोड़ टन रह सकता है। गन्ने का उत्पादन पहले के 45 करोड़ टन से बढ़कर 47 करोड़ टन होने का अनुमान है।

कपास में गिरावट

कपास का उत्पादन पिछले वर्ष के 2.97 करोड़ गांठों की तुलना में घटकर 2.92 करोड़ गांठ रह गया है। एक गांठ का मतलब 170 किग्रा है। मंत्रालय किसी फसल वर्ष के अंतिम उत्पादन आंकड़े जारी करने से पहले चार अग्रिम अनुमान जारी करता है।

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