चीन से आकर भारत में डंपिंग स्टील पर लगेगी रोक, आएगा क्वालिटी कंट्रोल नियम
मुंबई- चीन से भारत में आकर डंप होने वाले स्टील उत्पादों व कच्ची सामग्री पर रोक लगेगी। सरकार इस पर अब क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर यानी क्यूसीओ का नियम ला रही है। हालांकि, इस नियम को 18 जून के बाद बिलिंग होने वाले स्टील पर लागू होना था, पर यह टल गया था। 28 और 29 जुलाई को इस मामले में संबंधित हितधारकों की मांगी गई थी। अब इसे जल्द लागू किया जा सकता है।
प्रस्तावित नियम के तहत स्टील उत्पादों व कच्ची सामग्री के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) पंजीकरण अनिवार्य होगा। इसका उद्देश्य घरेलू बाजार में स्टील की गुणवत्ता को नियंत्रित करना है। जानकारों का मानना है कि इससे डंपिंग रुकेगी। साथ ही, खराब स्टील जानलेवा हो सकता है, जिससे बचने में मदद मिलेगी। पूर्व स्टील सचिव अरुणा शर्मा ने कहा, यह नियम जीवन रक्षक सुधार के रूप में है। इसका उद्देश्य घातक बुनियादी ढांचे की विफलताओं को रोकना है।
हाल में औद्योगिक और बुनियादी ढांचे में हुई दुर्घटनाओं का उदाहरण देते हुए शर्मा ने कहा, स्टील का इस्तेमाल लिफ्ट, क्रेन, पुल और मनोरंजन स्थलों पर भी किया जाता है। यहां घटिया स्टील होने से दुर्घटनाएं हुईं, जिन्हें गुणवत्ता जांच से टाला जा सकता था। अधिकांश बीआईएस मानदंड अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के अनुरूप हैं। समय-समय पर इनकी समीक्षा भी होती है।
उन्होंने गुणवत्ता अनुपालन को मजबूत करने के लिए स्टील मिलों से लेकर खुदरा विक्रेताओं तक आपूर्ति श्रृंखला में अनिवार्य बीआईएस पंजीकरण की वकालत की। क्यूसीओ के दायरे का विस्तार करके तैयार माल जैसे फास्टनर, वाल्व और इलेक्ट्रिकल लेमिनेशन को भी इसमें शामिल करने की सिफारिश की गई है।
क्यूसीओ के बाद से स्टील की कीमतों में कमी आई है। 3 जून को भाव 51,500 रुपये प्रति टन से घटकर 13 जून को आदेश आने के बाद 51,100 रुपये टन हो गया। 24 जून को 50,800 रुपये और 11 जुलाई को 49,500 रुपये हो गया। 25 जुलाई को दाम घटकर 48,500 रुपये हो गया।
अब आयात होने वाले हर स्टील उत्पाद को बीआईएस मानकों पर खरा उतरना होगा। इससे घटिया व सस्ते चीनी स्टील का आयात रुकेगा। पहले कई स्टील ग्रेड्स को एनओसी के आधार पर आयात की मंजूरी मिलती थी। अब उन्हीं ग्रेड्स को एनओसी मिलेगा जो भारत में उपलब्ध नहीं हैं। इससे चीनी कंपनियों के लिए रास्ता सीमित होगा। भारत सालाना 4 लाख टन ऐसा स्टील आयात करता है जो बीआईएस मानकों पर खरा नहीं उतरता। क्यूसीओ ऐसे आयात पर लगाम लगाएगा। इससे घरेलू उत्पादकों को बराबरी का मौका मिलेगा।