एक करोड़ से कम कीमत वाले अपार्टमेंट की बिक्री सात शहरों में 32 फीसदी घटी
नई दिल्ली। देश के सात प्रमुख शहरों में जनवरी से जून के दौरान एक करोड़ रुपये से कम कीमत वाले अपार्टमेंट की बिक्री 32 प्रतिशत गिरकर 51,804 इकाई रह गई। हालांकि, महंगे की मांग में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जेएलएल इंडिया ने कहा, जनवरी-जून में अपार्टमेंट की बिक्री सालाना 13 प्रतिशत घटकर 1,34,776 इकाई रह गई।
जेएलएल ने कहा, सात शहरों – मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे की इस रिपोर्ट में केवल अपार्टमेंट शामिल हैं। पहली छमाही के दौरान 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य के अपार्टमेंट कुल बिक्री में लगभग 62 प्रतिशत हिस्सा रहा। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 51 प्रतिशत हिस्सा था।
एक करोड़ रुपये से कम कीमत वाले अपार्टमेंट की हिस्सेदारी घटकर 38 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 49 प्रतिशत थी। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री सामंतक दास ने कहा, लग्जरी घरों की बिक्री में लगातार वृद्धि खरीदारों की बढ़ती समृद्धि, बदलती जीवनशैली और प्रीमियम आवास स्थानों की बढ़ती मांग का संकेत देती है।
2025 की दूसरी तिमाही में देश के 7 बड़े शहरों में लगभग 70,000 घरों की बिक्री दर्ज की गई, जो पिछली तिमाही की तुलना में 7% ज्यादा है. बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और दिल्ली-एनसीआर इस लिस्ट में टॉप पर रहे. इन चार शहरों में अकेले 10,000 से ज्यादा यूनिट्स बिकीं और पूरे देश की कुल बिक्री में 77% का योगदान रहा.
सिर्फ 2025 की दूसरी तिमाही की बात करें तो 5 करोड़ से ज्यादा कीमत वाले घरों की बिक्री में पहली तिमाही की तुलना में 42% की बढ़त दर्ज की गई. वहीं 3 से 5 करोड़ की रेंज वाले घरों की बिक्री में 28% का इजाफा देखा गया. इससे पता चलता है कि लग्जरी प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
देश के 7 बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली. खासकर दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की कीमतें सालाना आधार पर 17% तक बढ़ीं, जबकि बेंगलुरु में 14% की तेजी दर्ज की गई. यह ग्रोथ हाई कंस्ट्रक्शन कॉस्ट और लगातार बनी मांग की वजह से हो रही है.