सरकारी बैंक परिचालन बढ़ाने के बाद सहायक कंपनियों को बाजार में करें लिस्ट

मुंबई- वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से कहा है कि वे अपने परिचालन को और बढ़ाने के बाद सहायक कंपनियों में अपने निवेश को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराकर उसका मौद्रीकरण करें, ताकि उन्हें अच्छा रिटर्न मिल सके। मध्यम से दीर्घ अवधि में सरकारी बैंकों की करीब 15 सहायक कंपनियां या संयुक्त उद्यम प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम या विनिवेश के लिए तैयार हैं।

सूत्रों ने कहा, बैंकों को जहां भी जरूरी हो, अपनी सहायक कंपनियों या संयुक्त उद्यमों के परिचालन को बढ़ाने के लिए धन का निवेश करना चाहिए। उदाहरण के लिए एसबीआई भविष्य में अपने परिचालन को बढ़ाने के बाद एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एसबीआई पेमेंट सर्विसेज को सूचीबद्ध करने पर विचार कर सकता है।

वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों का कुल कारोबार वित्त वर्ष 2022-23 में 203 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 251 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इस दौरान बुरा फंसा कर्ज यानी एनपीए 1.24 प्रतिशत से घटकर 0.52 प्रतिशत पर आ गया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया, बैंकों का शुद्ध मुनाफा भी 1.04 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये हो गया है। लाभांश भुगतान 20,964 करोड़ से बढ़कर 34,990 करोड़ रुपये हो गया है। इन बैंकों के पास पर्याप्त पूंजी है और मार्च, 2025 तक उनका जोखिम के अनुपात में पूंजी 16.15 प्रतिशत है, जो आरबीआई के तय दायरे से ज्यादा है।

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