मकानों की कीमतें 11 फीसदी बढ़ने से पहली तिमाही में बिक्री 20 फीसदी घटी
मुंबई- चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में शीर्ष सात शहरों में मकानों की कीमतें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ने से बिक्री में 20 प्रतिशत की गिरावट आई। रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के अनुसार, इस दौरान बिक्री घटकर 96,285 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1.20 लाख यूनिट थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बंगलूरू, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता में घरों की बिक्री में गिरावट आई है। केवल चेन्नई में मांग बढ़ी है। अप्रैल-जून तिमाही मकानों की खरीद बिक्री के लिए उतार-चढ़ाव भरी रही, जिसमें देश और विदेश में तनाव का भी योगदान रहा। युद्ध जैसे माहौल ने घर खरीदने वालों को प्रतीक्षा और निगरानी की स्थिति में धकेल दिया है। घरेलू तनाव कम होने और आरबीआई द्वारा रेपो दर में कटौती से नए सिरे से आशावाद में तेजी आई है। इससे आने वाले समय में खरीदी में सुधार दिख सकता है।
सालाना आधार पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर में सबसे अधिक 27 प्रतिशत कीमत बढ़ी। बंगलूरू में 12 और हैदराबाद में 11 प्रतिशत की वृद्धि रही। इससे बिक्री 14 प्रतिशत घटकर 14,255 यूनिट रह गई, जो एक वर्ष पहले 16,550 इकाई थी। मुंबई एमएमआर में बिक्री 41,540 यूनिट से 25 प्रतिशत घटकर 31,275 यूनिट रही। बंगलूरू में 8 प्रतिशत घटकर 15,120 इकाई व पुणे में 27 प्रतिशत घटकर 15,410 इकाई रह गई।
हैदराबाद में बिक्री 27 प्रतिशत घटकर 11,040 यूनिट रही। कोलकाता में 23 प्रतिशत घटकर 3,525 व चेन्नई में 11 प्रतिशत बढ़कर 5,660 यूनिट रह गई। विश्लेषकों का कहना है कि बिक्री में गिरावट देशों के बीच तनाव और अनिश्चितताओं, वैश्विक पूंजी निवेश में उतार-चढ़ाव के कारण रही। पर्यावरण और अनुपालन मंजूरी में देरी के कारण परियोजना लॉन्च में भी देरी हुई।