एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी एचडीबी फाइनेंशियल का आईपीओ इसी माह
मुंबई- एचडीएफसी बैंक की नॉन-बैंकिंग सब्सिडियरी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का IPO जून के आखिरी तक आ सकता है। देश की सबसे बड़ी एनबीएफसी को IPO के लिए सेबी से मंजूरी भी मिल चुकी है। एचडीबी फाइनेंशियल IPO के जरिए 12,500 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है।
कंपनी के इस ऑफर में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल दोनों शामिल हैं। HDB फाइनेंशियल ने पिछले साल अक्तूबर में IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस यानी डीआरएचपी फाइल किया था। कंपनी ने अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर दिया गया है और उसका प्लान है कि रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस कुछ ही दिनों में जमा कर दिया जाएगा।
उसके बाद कंपनी 24 जून को एंकर हिस्सा जमा करेगी। फिलहाल, कंपनी का लक्ष्य 25 जून से 27 जून के बीच इस इश्यू को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन करना है। सूत्र ने बताया कि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लगभग 62,000 करोड़ रुपए के पोस्ट-मनी वैल्यूएशन का टारगेट रख रही है।
इश्यू में कंपनी 2,500 करोड़ रुपए के नए शेयर्स जारी करेगी। वहीं प्रमोटर एचडीएफसी बैंक कंपनी के 10,000 करोड़ रुपए के शेयर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेगा। कंपनी में एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी 94.64% है।
HDB के अलावा ए-वन स्टील्स इंडिया लिमिटेड, शांति गोल्ड इंटरनेशनल लिमिटेड, डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया लिमिटेड और श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड को भी सेबी से IPO के लिए मंजूरी मिल गई है। 8 महीने पहले HDB फाइनेंशियल के बोर्ड ने IPO के प्लान को मंजूरी दी थी।
इसके अलावा एचडीबी फाइनेंशियल के आईपीओ में शेयरहोल्डर कोटा भी होगा। सितंबर महीने में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी ने IPO के लिए मॉर्गन स्टेनली, बैंक ऑफ अमेरिका और नोमुरा जैसे विदेशी बैंकों के साथ-साथ ICICI सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और IIFL जैसी डोमेस्टिक फर्म्स को भी शॉर्टलिस्ट किया है।
अभी, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का मार्केट कैप करीब 1.01 लाख करोड़ रुपए है। इसके नॉन लिस्टेड शेयरों की कीमत 1,275 रुपए है। लिस्ट होने के बाद मार्केट कैप के हिसाब से कंपनी सबसे बड़ी लिस्टेड फाइनेंस कंपनियों में से एक होगी।