पहली छमाही में सेवा निर्यात में 11 फीसदी की वृद्धि, वस्तुओं के करीब पहुंचा
मुंबई- देश का सेवा निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर के दौरान 11 फीसदी की मजबूत दर से बढ़ा है। जबकि इस दौरान मर्चेंडाइज की वृद्धि केवल 0.1 फीसदी ही रही है। सेवा निर्यात वस्तुओं के निर्यात के करीब 85 फीसदी पर पहुंच गया है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इन इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, सेवा निर्यात आने वाले समय में और भी तेजी से बढ़ सकता है।
सीएमआईई के मुताबिक, भारत का कुल निर्यात और सेवा निर्यात लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नए स्थापित वैश्विक क्षमता केंद्र, आईटी और अन्य व्यवसाय इस निर्यात में प्रमुख योगदान दे रहे हैं। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में सेवा निर्यात से आय बढ़कर 182 अरब डॉलर हो गई, जो 2023-24 की समान अवधि के दौरान 163.9 अरब डॉलर थी। ऐसी स्थिति में सेवा निर्यात मर्चेंडाइज निर्यात के करीब पहुंच गया है।
आंकड़े बताते हैं कि करीब दस साल पहले मर्चेंडाइज निर्यात की तुलना में सेवा निर्यात आधे से भी कम था। पर एक दशक में यह तेजी से बढ़कर अब उसके करीब पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2011-12 और 2023-24 के बीच डॉलर के संदर्भ में मर्चेंडाइज निर्यात तीन प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ा है। इसी दौरान सेवा निर्यात प्रति वर्ष 7.6 प्रतिशत की दर यानी दोगुने से भी अधिक तेजी से बढ़ा है।
सेवा निर्यात अब भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 10 प्रतिशत हो गया है। माल निर्यात 12 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। हाल के वर्षों में सेवा निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि मुख्य रूप से कंप्यूटर सेवाओं के निर्यात (विशेष रूप से सॉफ्टवेयर सेवाओं) के प्रभुत्व और अन्य व्यावसायिक सेवाओं की श्रेणी में लगातार वृद्धि से प्रेरित है। इसके अतिरिक्त, परिवहन और यात्रा क्षेत्रों से निर्यात ने भी इस वृद्धि में योगदान दिया है। ये चार क्षेत्र सेवा निर्यात में 90 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं।
सॉफ्टवेयर निर्यात कुल सेवा निर्यात का लगभग आधा हिस्सा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के वार्षिक सर्वेक्षण के अनुसार, 2023-24 में सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात के लिए अमेरिका प्रमुख गंतव्य बन गया है। यह भारत के आधे से अधिक सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात में योगदान करता है।
अन्य व्यवसाय सेवा श्रेणी कुल सेवा निर्यात में दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। दस साल पहले इसकी हिस्सेदारी 18 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 26 फीसदी हो गई है। अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान अप्रैल-सितंबर 2024 में इसमें 11.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 43.3 अरब डॉलर हो गई है। अन्य व्यवसाय सेवा श्रेणी काफी हद तक व्यवसाय और प्रबंधन परामर्श और जनसंपर्क सेवाओं और इंजीनियरिंग सेवाओं में वृद्धि से प्रेरित है।
परिवहन सेवाओं से निर्यात आय कुल सेवाओं के निर्यात का लगभग 10 प्रतिशत है। 2021-22 में इसकी हिस्सेदारी 12.8 फीसदी के शिखर पर पहुंच गई थी। इसके बाद 2023-24 में यह गिरकर 8.6 फीसदी हो गई। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में परिवहन क्षेत्र से निर्यात आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 17.3 अरब डॉलर हो गई। यात्रा से होने वाली कमाई कुल सेवा निर्यात का लगभग 8 प्रतिशत है। यात्रा सेवाओं की कमाई पर्यटकों द्वारा चिकित्सा, शिक्षा और पर्यटन गतिविधियों पर खर्च से आती है।