इस बार के बजट में टैक्स देने वालों को मिल सकती है राहत, यह है योजना

मुंबई- इस बार के बजट पर टैक्सपेयर्स से लेकर किसान, महिलाएं, इंडस्ट्री आदि की नजरें टिकी हैं। बजट में इनके लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की जा सकती हैं। माना जा रहा है कि इनकम टैक्स में छूट की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है। वहीं कई इंडस्ट्री को ज्यादा बजट आवंटित कर उन्हें बूस्ट दिया जा सकता है। इसके अलावा सरकार कई नई योजनाएं भी शुरू करने की घोषणा कर सकती है।

टेक महिंद्रा के सीईओ और उद्योग के दिग्गज सीपी गुरनानी ने आम बजट 2025-26 से पहले कौशल विकास पहल और कंप्यूटिंग अवसंरचना के लिए आवंटन बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है। कंप्यूटिंग अवसंरचना में कंप्यूटर, सर्वर, स्टोरेज प्रणाली, ऑपरेटिंग सिस्टम, डेटाबेस और ईआरपी प्रणाली शामिल हैं। गुरनानी ने कहा कि भारत का प्रौद्योगिकी निर्यात लगभग 250 अरब अमेरिकी डॉलर है और कौशल विकास पहल को सफल बनाने के लिए सरकार के अधिक समर्थन की जरूरत है।

बजट से पहले हुए एक सर्वे में बताया गया है कि आम बजट 2025-26 में 57 फीसदी करदाता इनकम टैक्स की दरों में कटौती चाहते हैं। कंसल्टिंग और सर्विस फर्म ग्रांट थॉर्नटन भारत की ओर से किए गए सर्वे के अनुसार, 57 फीसदी लोग इनकम टैक्स की दरों में कटौती के पक्ष में थे। वहीं, 25 फीसदी लोग अधिक टैक्स छूट के पक्ष में थे।

ताजा आंकड़ों के अनुसार, एक बड़ी संख्या में करदाताओं ने नई पर्सनल टैक्स (डिफॉल्ट) रिजीम को अपनाया है। मौजूदा समय में 72 फीसदी लोगों ने नई टैक्स रिजीम को चुना है, जबकि 28 फीसदी ही लोग पुरानी टैक्स रिजीम में बने हुए हैं। सर्वे में बताया गया कि नई टैक्स रिजीम को और आकर्षक बनाने के लिए 46 फीसदी लोग टैक्स की दरों को कम करने के पक्ष में हैं। 26 फीसदी का मानना है कि टैक्स छूट की लिमिट को बढ़ा देना चाहिए।

आम बजट से पहले जिंदल स्टेनलेस ने मॉलिब्डेनम अयस्क जैसे महत्वपूर्ण कच्चे माल पर आयात शुल्क को शून्य करने और शुद्ध निकल, फेरो-निकल, स्टेनलेस स्टील कबाड़ और हल्के स्टील कबाड़ (स्क्रैप) पर शून्य शुल्क जारी रखने की वकालत की है। मॉलिब्डेनम अयस्क का इस्तेमाल बेहद मजबूत इस्पात बनाने में किया जाता है। मोलिब्डेनम अयस्क पर फिलहाल पांच प्रतिशत सीमा शुल्क लगता है।

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