सोने के दाम में भारी उतार-चढ़ाव से खरीदी पर असर, आगे और कमी आएगी
मुंबई- सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण इस हफ्ते मांग में गिरावट रही। दूसरी ओर, चीन में ज्यादा दरों के कारण आगामी मौसमी मांग की भरपाई होने की उम्मीद है। उधर, भारतीय जौहरियों ने कहा, दो वर्षों में पहली बार सोने की कीमतें इतनी ज्यादा अस्थिर रही हैं। ऐसे में उन्हें कीमतों में और ज्यादा गिरावट की आशंका है। इसलिए वे अभी की खरीदी को टाल रहे हैं।
भारत में पिछले सप्ताह सोने की कीमतें 79,120 रुपये तक बढ़ने के बाद इस सप्ताह की शुरुआत में गिरकर 75,459 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गईं। एक निजी सर्राफा आयातक ने कहा, फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती के इंतजार में जूलर्स इस सप्ताह खरीदी से दूर रहे। बाद में रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरने से वे और ज्यादा आश्चर्यचकित रह गए।
भारत के सोने के आयात में दिसंबर में भारी मंदी आने की संभावना है। बढ़ती कीमतों ने कई भारतीय परिवारों को हल्के और कम कैरेट के आभूषणों का विकल्प चुनने के लिए प्रेरित किया है। उधर, जनवरी में चीनी नव वर्ष से पहले मांग बढ़ने की उम्मीद है।