खुदरा बाजारों में और ज्यादा प्याज आपूर्ति करेगी सरकार, कीमतें घटाने पर जोर
मुंबई- प्याज की कीमतों में बेतहाशा तेजी के बीच सरकार ने कहा है कि वह दरों को स्थिर करने के लिए खुदरा बाजारों में बफर स्टॉक से और ज्यादा प्याज बेचेगी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 67 रुपये प्रति किलो है। देश में औसत खुदरा कीमत 58 रुपये प्रति किलो है।
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, त्योहारों के मौसम और मंडियों के बंद होने के कारण पिछले दो-तीन दिनों में कुछ बाजारों में प्याज की आपूर्ति में अस्थायी बाधा आई है। इसे दूर करने के लिए सरकार ने आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया है। नैफेड ने इस सप्ताह दिल्ली-एनसीआर के लिए दो और गुवाहाटी के लिए एक और रेक रवाना किया है। बाजार में प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सड़क परिवहन के जरिये भी आपूर्ति होगी।
अधिकारी के मुताबिक, रेल और सड़क परिवहन दोनों के जरिये एनसीसीएफ से प्याज की ज्यादा आपूर्ति की जाएगी। सरकार ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली आदि की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोनीपत में कोल्ड स्टोरेज में रखे प्याज को उतारने का भी फैसला किया है।
सरकार ने इस साल मूल्य को स्थिर रखने के लिए 4.7 लाख टन रबी प्याज की खरीद की। इसकी बिक्री पांच सितंबर को 35 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुदरा बिक्री के साथ-साथ देश भर की प्रमुख मंडियों में थोक बिक्री के माध्यम से शुरू हुई। अब तक, बफर में 1.50 लाख टन से अधिक प्याज नासिक और अन्य केंद्रों से सड़क परिवहन द्वारा ट्रकों के माध्यम से उपभोक्ता केंद्रों तक भेजा गया है।
सरकार ने कहा, मंडियों में कीमतों में गिरावट के साथ टमाटर की खुदरा कीमतों में गिरावट आ रही है। आजादपुर मंडी में साप्ताहिक औसत कीमत 27 प्रतिशत कम होकर 4,000 रुपये प्रति क्विंटल और पिंपलगांव (महाराष्ट्र) में औसत कीमत 35 प्रतिशत कम होकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल है। मदनपल्ले (आंध्र प्रदेश) में साप्ताहिक आवक में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे औसत कीमत 26 प्रतिशत घटकर 2,860 रुपये प्रति क्विंटल है। हालांकि, आलू की कीमतें पिछले तीन महीने से औसत 37 रुपये प्रति किलो पर स्थिर हैं।