22 साल के लड़के ने हर्षद मेहता को पछाड़ा, बाजार में 2200 करोड़ का घोटाला
मुंबई- असम के एक 22 साल के लड़के ने हर्षद मेहता को पीछे छोड़ दिया है। बिशाल फुकन नाम के इस युवक पर 2,200 करोड़ रुपये के बड़े वित्तीय घोटाले का आरोप है। डिब्रूगढ़ का रहने वाला फुकन अपनी असाधारण जीवनशैली और फिजूलखर्ची के लिए जाना जाता था। उसने असम और अरुणाचल प्रदेश के निवेशकों को 60 दिनों के भीतर 30% रिटर्न का वादा करके ठगी के लिए लुभाया।
बिशाल फुकन ने अपनी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों के तहत चार कंपनियों की नींव रखी थी। ये फार्मास्यूटिकल्स, प्रोडक्शन और कंस्ट्रक्शन जैसे उद्योगों में फैली हुई थीं। उसने असमिया फिल्म उद्योग में भी निवेश किया था। कई संपत्तियां भी हासिल की थीं। गुवाहाटी में बड़े स्टॉक स्कैम मामले का खुलासा होने के बाद उसकी धोखाधड़ी के तरीकों का पर्दाफाश हुआ।
डीबी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के मालिक दीपांकर बर्मन के लापता होने के बाद फुकन की गतिविधियों की जांच तेज हो गई। इससे संदेह और गहरा गया। जैसे ही पुलिस ने अपनी जांच शुरू की, फुकन ने फेसबुक पर दावा किया कि उसने सभी पैसे निवेशकों को लौटा दिए हैं। उन्हें आश्वासन दिया कि उनका पैसा सुरक्षित है।
स्थिति को शांत करने के अपने प्रयासों के बावजूद डिब्रूगढ़ पुलिस ने 2 सितंबर की रात को बिशाल फुकन के आवास पर छापा मारा। इसके बाद उसे उसके मैनेजर बिप्लब के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों पर गैर-जमानती मामले में आरोप हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से अपील की है कि इन ऑनलाइन ट्रेडिंग फर्मों के जरिये शेयर बाजार में पैसा लगाने की ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। जालसाज लोगों को गुमराह कर रहे हैं। लोगों से अपील की जाती है कि वे जालसाजों से दूर रहें। पुलिस ने अब अवैध दलालों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। राज्य में पूरे रैकेट का भंडाफोड़ करने की कोशिश की जाएगी।
हर्षद मेहता का नाम भारतीय शेयर बाजार के काले अध्याय से जुड़ा है। वह एक स्टॉकब्रोकर था, जिसने 1992 में भारतीय शेयर बाजार में बहुत बड़ा घोटाला किया था। इस घोटाले ने भारतीय शेयर बाजार की साख को गंभीर रूप से चोट पहुंचाई थी। हर्षद मेहता ने बैंकों से बड़ी मात्रा में पैसे उधार लिए और इन पैसों का इस्तेमाल शेयरों की कीमतों को बढ़ाने में किया।