अंबानी परिवार को लाभांश से मिल सकेंगे 3,300 करोड़, 50 पर्सेंट है कंपनी में हिस्सा
मुंबई- 67 साल के मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण वेतन छोड़ने का विकल्प चुना था और उसके बाद से अब तक उन्होंने कोई सैलरी नहीं ली है। हालांकि, उनके परिवार के पास जो रिलायंस में हिस्सा है, उस पर 10 रुपये पिछले साल दिया गया लाभांश करीब 3,300 करोड़ रुपये होता है। साथ ही उनको सारे खर्चे भी कंपनी ही देती है।
मुकेश अंबानी के करीबी रिश्तेदारों निखिल और हितल मेसवानी को फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में क्रमशः 25.31 करोड़ रुपये और 25.42 करोड़ रुपये की सैलरी मिली। इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 में उन्हें 25-25 करोड़ रुपये मिले थे। इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन भी शामिल है। इस तरह हितल मेसवानी रिलायंस में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले शख्स हैं।
निखिल और हितल मेसवानी को मुकेश अंबानी का दायां हाथ माना जाता है। दोनों भाई रिलायंस में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। रिलायंस की सफलता में मेसवानी परिवार की भी अहम भूमिका है। मेसवानी भाइयों के पिता रसिकलाल मेसवानी रिलायंस के संस्थापक धीरूभाई अंबानी की बड़ी बहन त्रिलोचना बेन के बेटे थे। एक इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने रसिकभाई मेसवानी को अपना पहला बॉस बताया था। उन्होंने कहा था, ‘जब में रिलायंस से औपचारिक रूप से जुड़ा था तो मेरे पिता ने कहा कि तुम्हें एक बॉस की जरूरत है। इस तरह रसिकभाई मेरे बॉस बन गए। वह हमारा पॉलिस्टर का बिजनस देख रहे थे। यह नया बिजनस था।’
जहां तक हितल मेसवानी का सवाल है तो वह रिलायंस में सबसे ज्यादा पैसा पाने वाले शख्स हैं। उन्होंने 1990 में रिलायंस में काम करना शुरू किया और 1995 से वह कंपनी के बोर्ड में हैं। रिलायंस के कई मेगाप्रोजेक्ट्स को पूरा करने में उनकी अहम भूमिका रही है। इनमें हजीरा पेट्रोकेमिकल्स और जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस की रिफाइनरी और दूसरी प्रॉडक्शन फैसिलिटीज का कामकाज भी हितल ही देखते हैं। इनमें रिलायंस पेट्रोलियम, रिलायंस कमर्शियल डीलर्स, रिलायंस इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स और इंडियन फिल्म कंबाइन शामिल हैं। हितल मेसवानी ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया से मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएट हैं।