आजाद भारत का पहला बजट 200 करोड़ रुपये का था, आज 270 लाख करोड़
मुंबई- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 7वीं बार बजट पेश कर इतिहास बना चुकी हैं। वह लगातार सबसे ज्यादा बजट पेश करने के मामले में पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देंगी। देश का पहला बजट 200 करोड़ रुपये का भी नहीं था। यह नहीं अगर आपको लगता है कि बजट पेश करने का काम सिर्फ वित्त मंत्री का है तो आप गलत हैं।
प्रधानमंत्री भी देश का बजट संसद में पेश कर चुके हैं। देश का पहला बजट 26 सितंबर 1947 को पेश किया गया था। उस समय यह बजट देश के पहले वित्त मंत्री आरके शनमुघम चेट्टी (RK Shanmukham Chetty) ने पेश किया था। देश के विभाजन के कारण दंगे हुए थे। इन दंगों के बीच ही पहला केंद्रीय बजट पेश किया गया था। यह बजट महज करीब 7 महीने का था। इसके बाद अगला बजट 1 अप्रैल 1948 को पेश किया गया।
देश का यह पहला बजट 197.1 करोड़ रुपये का था। इस साल 1 अप्रैल को जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था, उस समय वह 47.65 करोड़ रुपये का था। कल जब बजट पेश किया जाएगा तो हो सकता है कि वह इससे और ज्यादा का हो।
पहले बजट शाम को 5 बजे पेश किया जाता था। साल 1999 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इसका समय बदला और सुबह 11 बजे किया। इसके बाद से अब तक बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता है।
ऐसा नहीं है कि बजट को सिर्फ वित्त मंत्री द्वारा ही पेश किया जाता है। कई बार ऐसा भी समय आया है जब प्रधानमंत्री को बजट पेश करना पड़ा। वित्त वर्ष 1958-59 के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बजट पेश किया था। इसके बाद वित्त वर्ष 1969-70 के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया था।
पहले आम बजट के अतिरिक्त रेलवे के लिए भी बजट पेश किया जाता था। साल 2017 में मोदी सरकार ने इसे आम बजट में मिला दिया। अब रेलवे के लिए आम बजट में ही घोषणाएं की जाती हैं। यानी रेलवे के लिए अलग से बजट पेश नहीं किया जाता।
देश में अब तक 91 बार बजट पेश किया जा चुका है। इनमें 77 रेगुलर और 14 अंतरिम बजट शामिल हैं। कल 92वीं बार बजट पेश किया जाएगा। अभी तक सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। उन्होंने 10 बार बजट पेश किया है।