2026 तक देश में तीन लाख करोड़ का होगा मीडिया और मनोरंजन उद्योग
मुंबई- देश का मीडिया और मनोरंजन उद्योग का कारोबार 2026 तक तीन लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। पिछले साल 2.32 लाख करोड़ रुपये का था। तब इसमें आठ फीसदी की बढ़त हुई थी। इस साल 10 फीसदी वृद्धि की संभावना है।
फिक्की और अर्न्स्ट एंड यंग की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के बाद 2022 में इस उद्योग ने 21 फीसदी की बढ़त दर्ज की थी। 2023 में डिजिटल और ऑनलाइन गेमिंग की बड़ी भूमिका रही। 12,200 करोड़ के राजस्व के साथ विकास में इसकी 70% भागीदारी रही। पूरे उद्योग में इसका हिस्सा 2019 के 20 फीसदी से बढ़कर 2023 में 38 फीसदी हो गया।
ऑनलाइन गेमिंग, फिल्म और लाइव इवेंट्स में संयुक्त रूप से 18 फीसदी की वृद्धि रही। टीवी सेगमेंट की विकास दर केवल दो फीसदी रही। फिल्मी मनोरंजन में 14% की वृद्धि रही। इसका आकार 19,700 करोड़ रुपये है। 2023 में 1,796 से अधिक फिल्में रिलीज हुईं। इससे थिएटर्स का राजस्व 12,000 करोड़ के सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारतीय विज्ञापन उद्योग 1.1 लाख करोड़ का हो गया है। 2023 में 15% की वृद्धि रही। 57,600 करोड़ राजस्व के साथ डिजिटल विज्ञापन परंपरागत विज्ञापन से आगे निकल गया।
रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में डिजिटल मीडिया का आकार 75,100 करोड़ रुपये होगा। टीवी सेगमेंट का आकार 71,800 करोड़ होगा। पिछले साल डिजिटल का राजस्व 65,400 करोड़ और टीवी क्षेत्र का 69,600 करोड़ रुपये था। 2026 में 13.5 फीसदी वृद्धि दर के साथ डिजिटल मीडिया 95,500 करोड़ रुपये का होगा। टीवी का आकार 76.600 करोड़ रुपये होगा।