टैक्स सेविंग के लिए यह हैं निवेश के बेहतर प्लान, समझिए कैसे बचेगा टैक्स
मुंबई- वित्त वर्ष 2023-24 खत्म होने में महज 69 दिन बचे हैं। ऐसे में अगर आपने अभी तक टैक्स सेविंग्स प्लानिंग नहीं की है तो अभी भी इसके लिए निवेश कर सकते हैं। अगर आप टैक्स बचाने के साथ निवेश पर अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम यानी ELSS म्यूचुअल फंड सही विकल्प साबित हो सकते हैं।
ELSS कैटेगिरी के म्यूचुअल फंड ने बीते एक साल में 44.30% तक का रिटर्न दिया है। ELSS यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनमें 3 साल के लिए इन्वेस्टर्स का पैसा ब्लॉक हो जाता है। म्यूचुअल फंड की इस कैटेगरी में IT एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.50 लाख रुपए तक निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। हालांकि, शेयर मार्केट लिंक्ड होने के चलते इसमें FD या NSC जैसी स्माल सेविंग्स की तुलना में इसमें ज्यादा जोखिम होता है।
टैक्स सेविंग FD, पब्लिक प्रोविडेंट फंड सहित अन्य टैक्स सेविंग स्कीम के मुकाबले ELSS म्यूचुअल फंड में लॉक-इन पीरियड काफी कम होता है। जहां टैक्स सेविंग FD में इन्वेस्टर्स का पैसा 5 साल और पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 15 साल तक लॉक रहता है। वहीं, ELSS म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टर्स का पैसा 3 साल तक ब्लॉक रहता है।
हालांकि, पैसा ब्लॉक रहने का एक बड़ा फायदा यह है कि लंबी अवधि तक अनुशासित रहकर निवेश को बढ़ावा मिलता है। यही आगे आपकी वेल्थ क्रिएशन में मदद कर सकता है। 3 साल का लॉक-इन खत्म होने का मतलब यह नहीं है कि आपको फंड से बाहर निकलना जरूरी होगा, आप इसे आगे तक एक्सटेंड कर सकते हैं।