होम लोन, कार लोन सहित अन्य लोन 1.25 फीसदी तक हो सकता है सस्ता
मुंबई- होम लोन लेने वालों के लिए इस साल अच्छी खबर हो सकती है। ब्याज दरों में 0.50 फीसदी से लेकर 1.25 फीसदी तक की कटौती की उम्मीद है। इससे वर्तमान और नए कर्ज लेने वाले दोनों ग्राहकों को फायदा हो सकता है। 2022-23 में ग्राहकों की किस्त में करीब 20 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई थी।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एमडी आर ए राजीव कहते हैं कि दरों में कमी शुरू हो चुकी है। केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक भावेंद्र कुमार भी कहते हैं कि दरों में कटौती शुरू हो चुकी है और कुछ बैंकों ने इसकी शुरुआत कर दी है। विश्लेषकों का मानना है कि जब दरों में लगातार वृद्धि हो रही थी, तब से खुदरा महंगाई दर में कमी आई है। ऐसे में आरबीआई दूसरी तिमाही या संभवतः जून या जुलाई में रेपो दर में कटौती शुरू कर देगा। हालांकि महंगाई आरबीआई के 4% के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है, लेकिन आने वाले महीनों में इसके कम होने की उम्मीद है।
2024 में पूरी दुनिया में आर्थिक वृद्धि धीमी होने की संभावना है। ऐसे में भारत की तेज विकास दर को समर्थन देने के लिए आरबीआई को मौद्रिक नीति को आसान बनाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। दरों में पहली कटौती जून के बाद ही हो सकती है। 2024 के मध्य तक रेपो दर 6.50% पर बनी रहेगी जिसके बाद इसे 6.25 फीसदी पर लाया जा सकता है। रेपो दर केवल एक कटौती तक ही सीमित नहीं रहेगी। इसमें और भी कटौती होने की संभावना है। विशेषज्ञों की राय है कि इस साल रेपो दर में 0.50 फीसदी से 1.25 फीसदी तक कटौती होने की उम्मीद है।
रेपो दर में कटौती भले ही जून या जुलाई में हो, लेकिन बैंक इसका फायदा दो तीन महीने बाद ही देंगे। कुछ बैंक जरूर तुरंत इसका लाभ देंगे, पर ज्यादातर इसमें समय लगा देते हैं। कुछ बैंक रेपो दर में कटौती का कुछ हिस्से का ही ग्राहकों को फायदा देते हैं, जबकि अन्य बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धी दरों की पेशकश कर सकते हैं।
दर में गिरावट का अधिकतम लाभ पाने के लिए बेहतर होगा कि एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) में कर्ज को बदल लें। जिन कर्जदारों ने ईबीएलआर के तहत होम लोन है लिया है उन्हें ब्याज दर में कमी का सबसे तेज लाभ मिलेगा। ईबीएलआर सीधे रेपो रेट से जुड़ा रहता है इसलिए तुरंत इसका फायदा मिलता है। ईबीएलआर में होम लोन दरें अभी कुछ बैंकों की लगभग 9% है। जबकि बेस दर 10.25% है।
सेंट्रल बैंक के ईडी विवेक वाही ने कहा, हमें अनुमान है कि जून के बाद होम लोन की ब्याज दरों में कटौती शुरू हो सकती है। लंबे समय बाद ग्राहकों को फायदा मिल सकता है। एसबीआई के एमडी अश्विनी कुमार तेवारी वे कहा यदि महंगाई कम रहती है और तरलता में सुधार होता है तो दरों में इस साल कटौती होगी। इसकी शुरुआत 0.25 फीसदी से हो सकती है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने खुदरा कर्ज की दरों में 0.15 फीसदी की कटौती की है। नई दर 8.35 फीसदी होगी। इसका फायदा होम लोन, कार लोन और सोने के एवज में कर्ज लेने वालों को होगा। साथ ही प्रक्रिया शुल्क भी शून्य कर दी गई है। बैंक का दावा है कि बैंकिंग उद्योग में उसकी दर सबसे कम है।