घटने के बावजूद पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था-आईएमएफ

मुंबई- विकास दर में कमी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अगले साल पूरी दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को कहा कि 2022 में भारत की वृद्धि दर 6.8 फीसदी रह सकती है जो 2023 में घटकर 6.1 फीसदी पर आ सकती है। 

आईएमएफ ने कहा, भारत के लिए हमारे वृद्धि दर के अनुमान में अक्तूबर के नजरिये में कोई बदलाव नहीं आया है। हमने तब भी चालू वित्त वर्ष में 6.8 फीसदी का अनुमान लगाया था। हालांकि, 2024 में यह फिर से 6.8 फीसदी रह सकती है। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया के उभरते और विकासशील देशों की 2023 में वृद्धि दर 5.3 और 2024 में 5.2 फीसदी रह सकती है। चीन की जीडीपी चौथी तिमाही में 40 से अधिक वर्षों में पहली बार वैश्विक औसत से नीचे रह सकती है। हालांकि, 2023 में चीन में विकास दर 5.2 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है। 

मंगलवार को आईएमएफ ने पूरी दुनिया की वृद्धि का अनुमान जारी किया। इसने कहा कि पूरी दुनिया की 2022 में वृद्धि दर 3.4 फीसदी, 2023 में 2.9 फीसदी और 2024 में 3.1 फीसदी रह सकती है। विकसित देशों की विकास दर इसी दौरान 2.7, 1.2 और 1.4 फीसदी रहने की उम्मीद जताई गई है।  

रिपोर्ट के मुताबिक, अगर हम चीन और भारत को एक साथ देखें तो वे 2023 में पूरी दुनिया में होने वाली वृद्धि का 50 फीसदी योगदान देंगे। अमेरिका और यूरो केवल 10 फीसदी का योगदान करेंगे। 10 विकसित देशों में से 9 की वृद्धि दर में गिरावट आने की आशंका है। 

आईएमएफ ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारत में महंगाई दर 6.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी पर आ सकती है। जबकि अगले वित्त वर्ष में यह 4 फीसदी पर आ सकती है। आईएमएफ के मुख्य शोध अधिकारी डेनियल लीघ ने कहा, करीब 84 फीसदी देशों में 2022 की तुलना में 2023 में महंगाई घटने का अनुमान है। वैश्विक महंगाई दर 2023 में 6.6 फीसदी और 2024 में 4.3 फीसदी रह सकती है। यह 2017-19 के स्तर से ऊपर ही रहेगी। 

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