त्योहार में होगी 2.5 लाख करोड़ रुपये की बिक्री, जमकर लोग करेंगे खरीदी
मुंबई- इस साल त्योहारी मौसम में खरीद व अन्य सेवाओं के जरिये बाजार में 2.5 लाख करोड़ रुपये की पूंजी आने की उम्मीद है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने पिछले दिनों दावा किया कि इतनी बड़ी रकम बाजार में आने से व्यापारियों को वित्तीय संकट से मुक्ति मिल सकती है।
इस सीजन की त्योहारी खरीद नवरात्रि के साथ 26 सितंबर से शुरू हो चुकी है जो 5 नवंबर तक चलेगी। कैट ने कहा कि 8 अक्तूबर को केंद्र सरकार ने डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। 12 अक्तूबर को रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस की घोषणा की जा चुकी है। इससे 41 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 69.7 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा। इससे बाजार में नकदी आने की उम्मीद है।
कैट ने कहा कि टीवी, घरेलू उपकरणों, एफएमसीजी खाद्य और गैर खाद्य पदार्थ, अपैरल आदि ऑफलाइन और ई-कॉमर्स चैनल के जरिये पिछले साल की तुलना में पहले ही 8-10 फीसदी की बढ़त हासिल कर चुके हैं। ग्राहक उच्च महंगाई के बाद भी खर्च करने को इच्छुक हैं। त्योहारी मौसम दक्षिण भारत के ओणम से शुरू होकर दुर्गा पूजा, दशहरा और दिवाली तक होता है।
कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि खरीदारी में इस तेजी से अर्थव्यवस्था और बाजार को तेजी मिलेगी। सरकार के दो फैसलों से हजारों करोड़ रुपये बाजार में आएंगे। साथ ही कृषि की अच्छी फसल से गांवों में लोगों के हाथ में पैसे आएंगे।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लायंसेस मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के मुताबिक, नवरात्रि के बाद से बिक्री बढ़ गई है। दिवाली पर इसमें रिकॉर्ड तेजी आएगी। उद्योग को एलईडी टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेट की ज्यादा बिक्री होने की उम्मीद है। सीईएएमए के अध्यक्ष एरिक ब्रेगांजा ने बताया कि वोल्यूम में 8-10 फीसदी की बढ़त होने का अनुमान है जबकि मूल्य में 25-30 फीसदी की बढ़त हो सकती है।
डाबर इंडिया के कार्यकारी निदेशक आदर्श शर्मा ने कहा कि हमारा अनुमान है कि जैसे-जैसे दिवाली करीब आएगी, वैसे-वैसे ग्राहकों की खरीदी में तेजी आएगी। फूड एवं बेवरेजेज और पर्सनल केयर से मांग में बढ़त होगी। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के हालिया सर्वे के मुताबिक, पूरे देश में खुदरा कारोबार कोरोना के पहले 2019 की तुलना में 21 फीसदी बढ़ा है।
आरएआई के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा कि यह त्योहारी मौसम में लोगों की खरीदारी दिख रही है। सीईएएमए ने कहा कि इस त्योहारी सीजन में जो एक बात चिंताजनक है वह यह कि एंट्री लेवल के उत्पादों की बिक्री काफी कम है। मध्य और ऊंची कीमत वाले उत्पादों की मांग में तेजी है।