दिल्ली में फौरन प्राइवेट ऑफिस, रेस्टोरेंट-बार बंद करने के आदेश, लॉकडाउन के आसार
मुंबई- रविवार को 1.79 लाख नए केस सामने आए। विशेषज्ञों की मानें तो फरवरी की शुरुआत में देश में तीसरी लहर का पीक आ सकता है। तब रोजाना 4 से 8 लाख केस दर्ज होने की आशंका है। उनका कहना है कि दिल्ली और मुंबई में तीसरी लहर का पीक 15 जनवरी को आ सकता है।
यह दावा IIT कानपुर के मैथमेटिक्स और कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने किया है। वे कंप्यूटर मॉडल की मदद से बताते हैं कि महामारी आगे कैसा बर्ताव करने वाली है। प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि मुंबई में तीसरी लहर का पीक लगभग 15 जनवरी को आएगा। ठीक ऐसा ही दिल्ली में भी होगा।
उन्होंने कहा कि हमारे पास पूरे देश के आंकड़े नहीं हैं, लेकिन शुरुआती कैलकुलेशन बताती है कि फरवरी की शुरुआत में देश में तीसरी लहर का पीक आ सकता है। हमारा अंदाजा है कि पीक पर रोजाना देश में 4 से 8 लाख केस दर्ज होंगे।
दिल्ली और मुंबई में जितनी तेजी से ग्राफ ऊपर उठा है, उतनी ही तेजी से इसके नीचे गिरने की संभावना है। पूरे देश में कोरोना के केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं। इस हिसाब से देश में एक महीने में पीक आ जाएगा और मिड मार्च तक देश में तीसरी लहर खत्म हो जाएगी या कम हो जाएगी।
प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि यह सच है कि महामारियां अपने आप में बहुत ही बेतरतीब होती हैं, लेकिन उसमें भी कुछ मानदंड होते हैं। सीधी बात है कि अगर संक्रमित व्यक्ति किसी असंक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएगा तो वह संक्रमण आगे बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि अपने मॉडल पर काम करते समय हमने देखा कि भारतीय डेटा की क्वालिटी कई देशों के डेटा से बेहतर है। इसमें कई एडवांस्ड देश शामिल हैं।