SBI के शेयर में मिल सकता है तगड़ा फायदा, जानिए कैसे

मुंबई- ब्रोकिंग और रिसर्च फर्म HDFC सिक्योरिटीज ने 2022 के लिए अपने टॉप स्टॉक में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को भी चुना है। ब्रोकरेज का मानना है कि भारत का सबसे बड़ा बैंक अब लायबिलिटी से जुड़ी किसी भी तरह के जोखिम लगभग मुक्त हो गया है। 

ब्रोकरेज ने कहा कि पब्लिक सेक्टर के बैंकों में, SBI एक अच्छी PCR, मजबूत कैपिटलाइजेशन, शानदार लायबिलिटी फ्रेंचाइजी और बेहतर एसेट क्वालिटी आउटलुक के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में आ रही रिकवरी पर दांव लगाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प बना हुआ है। 

ब्रोकरेज ने एक नोट में कहा, “SBI के लोन बुक की क्वालिटी अच्छी है। यह दूसरे कई बड़े बैंकों की तुलना में एसेट क्वालिटी से जुड़ी चिंताओं को कम करने के लिए बेहतर स्थिति में है। इसके अलावा भरपूर प्रोविजन कवरेज देने से, लगातार बढ़ने वाले लोन लॉस प्रोविजन में कमी आएगी। 

HDFC सिक्योरिटीज ने के मुताबिक, डिजिटलीकरण के मोर्चे पर बात करें तो, बैंक के योनो ऐप का सभी मेट्रिक्स में मजबूत इंगेजमेंट पैदा करना जारी है। मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक के 37% रिटेल एसेट अकाउंट और 58% सेविंग अकाउंट्स योमो के जरिए खोले गए थे। 

हालांकि, SBI के साइज और एक्सपोजर को देखते हुए कुछ अहम खतरें भी हैं। इसमें विभिन्न भौगालिक इलाकों में प्राइवेट बैंकों की बढ़ती पैठ और मैक्रो-इकोनॉमिक से जुड़े खतरों के चलते इसके मार्केट शेयर में तेज गिरावट आने की संभावना एक प्रमुख चिंता है। बता दें कि SBI के शेयरों ने इस साल अब तक करीब 63% का रिटर्न दिया है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयर में 70% से अधिक का उछाल आया है।  

मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में SBI के मुनाफे में 66.7 पर्सेंट की उछाल आई थी। इसमें नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में बढ़ोतरी और एसेट क्वालिटी में सुधार का अहम योगदान रहा। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4,574 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया था। सिंतबर तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम 10.6 पर्सेंट बढ़कर 31,184 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 28,181 करोड़ रुपये था। 

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