बैकों में 4% के ब्याज से अच्छा है म्यूचुअल फंड, यहां मिलता है ज्यादा रिटर्न

मुंबई- बैंकों में आप पैसा रखते हैं तो इससे आपको बहुत ज्यादा घाटा होता है। बैंकों में 4% ब्याज लेने से अच्छा है कि म्यूचुअल फंड में पैसे लगाएं। यहां पर सालाना 10-12% का फायदा मिल जाता है। साथ ही आपको बेहतर रिटर्न के लिए सरकार की स्माल सेविंग स्कीम के बारे में भी सोचना चाहिए।  

अगर पिछले साल कोरोना में आपने म्यूचुअल फंड में पैसे लगाए होते तो एक साल में आपका पैसा दोगुना हो गया होता। रिजर्व बैंक के आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी के बाद से अचानक बैंकों में डिपॉजिट बढ़ गई है। 2014 में 25 जुलाई को खत्म सप्ताह में बैंकों में कुल डिपॉजिट 79 लाख 960 करोड़ रुपए थी। इसी समय में बैंकों ने 61 लाख 214 करोड़ रुपए की उधारी दी थी। 2016 में यह डिपॉजिट 96 लाख 714 करोड़ रुपए हुई, जबकि उधारी 72 लाख 923 करोड़ रुपए रही। 

हालांकि नवंबर 2016 में जब नोटबंदी हुई तो डिपॉजिट अचानक बढ़कर 101 लाख करोड़ रुपए हो गई। जुलाई 2021 में डिपॉपिट 155 लाख करोड़ रुपए जबकि उधारी 108 लाख करोड़ रुपए रही। इस तरह देखा जाए तो सात सालों में बैंकों में लोगों ने दोगुना पैसा रखा।  

बैंकों में पैसे रखने से आपको दो तरह के ब्याज मिलते हैं। एक तो सेविंग अकाउंट में अगर पैसा है तो इस पर आपको इस समय 3 से 4% ब्याज मिल रहा है। सेविंग अकाउंट में 4% से ज्यादा ब्याज नहीं मिलता है। अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी करते हैं तो आपको 5 से 7% ब्याज मिलता है। जबकि इसकी तुलना में अगर आप देखें तो महंगाई की दर 6% है। यानी आपको जो ब्याज मिलता है, वह महंगाई की तुलना की जाए तो जीरो हो जाता है।  

म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम या डेट स्कीम, दोनों में अगर किसी ने पिछले साल निवेश किया होगा तो उसको इक्विटी में दोगुना के करीब रिटर्न मिला है। यानी आपने अगर इक्विटी स्कीम में 100 रुपए लगाया तो यह 190 या फिर 200 रुपए हो गया है। पर बैंक में यह पैसा 103 या 105 रुपए हुआ है। अब यही पैसा अगर आप सरकार की स्माल सेविंग स्कीम में लगाते तो आपका पैसा 107 रुपए तक हो जाता। हालांकि स्माल सेविंग स्कीम में एक तय सीमा तक निवेश करना होता है। यानी लॉक इन पीरियड होता है।  

म्यूचुअल फंड बहुत ही सुविधा जनक निवेश का साधन है। यहां आप कोई पैसे जब लगाते हैं तो आपके पैसे को सालों का अनुभवी फंड मैनेजर इक्विटी यानी शेयर बाजार में लगाता है। चूंकि वह पेशेवर फंड मैनेजर होता है, इसलिए वह आपके पैसों को बहुत सोच समझकर लगाता है। म्यूचुअल फंड में आप महीने में 500 रुपए के निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।  

हर महीने में एक तय निवेश को हम एसआईपी प्लान कहते हैं। इसके तहत आपके बैंक से महीने में तय रकम कटती है। आपको जब पैसा निकालना होता है तो आप घर बैठे एक क्लिक पर इसे निकाल सकते हैं। आपका पैसा 72 घंटे में आ जाता है। स्माल सेविंग स्कीम में किसान विकास पत्र में 1 लाख का निवेश 1 साल में 1.06 लाख रुपए हुआ है। जबकि सुकन्या समृद्धि में यही निवेश 1.07 लाख रुपए हुआ है। नेशनल सेविंग स्कीम में 1 लाख का निवेश 1.06 लाख तो डाकघर की रिकरिंग डिपॉजिट में यह 1.05 लाख रुपए हुआ है।  

आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड के बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में अगर किसी ने पिछले साल अगस्त में निवेश किया होगा तो उसका 1 लाख का निवेश इस समय 1.29 लाख रुपए हो गया। कोटक महिंद्रा की इसी स्कीम में यह निवेश 1.21 लाख रुपए बन गया। महिंद्रा मैनुलाइफ की लॉर्ज कैप प्रगति योजना में 1 लाख का निवेश 1 साल में 1.51 लाख रुपए से ज्यादा हो गया।  

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