दुनिया के शेयर बाजारों में सबसे ज्यादा रिटर्न निफ्टी ने दिया, 106% का फायदा

मुंबई- कोविड-19 का असर कम होने और अर्थव्यवस्था के खुलने से बाजार पर तेजी का असर दिख रहा है। पिछले 16 महीनों में निफ्टी ने दुनिया के प्रमुख बाजारों में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है।  

मंगलवार को सेंसेक्स 872 अंकों की बढ़त के साथ 53,823 पर बंद हुआ था। बुधवार को यह 546 अंकों की बढ़त के साथ 54,369 पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने भी 16 हजार के आंकड़ो को पहली बार पार किया। 6 महीनों में देखें या फिर इस साल जनवरी से देखें, पूरी दुनिया के प्रमुख बाजारों में भारत के निफ्टी ने सबसे बेहतर रिटर्न दिया है।  

24 मार्च 2020 के बाद से निफ्टी ने 106.78% का रिटर्न दिया है। इस साल में जनवरी से अब तक इसने 15.37% का फायदा दिया है। इसी दौरान कोरिया के बाजार ने 101.07 और 12.66% का रिटर्न दिया। ब्राजील के शेयर बाजार ने 16 महीनों में 75% का रिटर्न दिया जबकि इस साल में केवल 2.74% का रिटर्न दिया है। रसिया के बाजार ने 16 महीनों में 68.94 तो इस साल में 17.43% का रिटर्न दिया है। जर्मनी के बाजार ने इसी समय में 60.31 और 13.36% का रिटर्न दिया है। अमेरिका के नैस्डैक ने पिछले साल मार्च से अब तक 98% का फायदा दिया जबकि इस साल में इसने 13.93% का फायदा दिया है।  

निफ्टी की 15 से 16 हजार की यात्रा में सबसे ज्यादा योगदान इंफोसिस का रहा है। यह शेयर 302 अंकों का योगदान दिया है। टाटा स्टील ने 133 जबकि JSW स्टील ने 100 अंकों का योगदान दिया है। ICICI बैंक ने 78 और एशियन पेंट्स ने 64 अंकों का योगदान दिया है। हालांकि इसी दौरान HDFC बैंक के शेयरों में 127 अंकों की गिरावट का योगदान रहा है। जबकि कोटक बैंक 91 अंक, HDFC 71 अंक और ITC ने 66 अंकों की गिरावट में मदद की।  

विदेशी निवेशकों ने सबसे ज्यादा पैसा निफ्टी की 12-13 हजार की यात्रा के दौरान लगाया। निफ्टी के 1,000 अंक बढ़ने पर विदेशी निवेशकों ने 1.28 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया था। म्यूचुअल फंड ने उसी समय 34,129 करोड़ रुपए का निवेश किया था। निफ्टी जब 14 से 15 हजार के बीच में था तब विदेशी निवेशकों ने 32,059 करोड़ रुपए का बाजार में निवेश किया था। हालांकि फंड हाउसेंस ने इस दौरान 20 हजार 36 करोड़ रुपए बाजार से निकाल लिए। उसके बाद 8 हजार से 9 हजार के बीच में इन्होंने 85 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया। म्यूचुअल फंड हाउस ने 144,165 करोड़ रुपए का सर्वाधिक निवेश किया।  

13 से 14 हजार के निफ्टी के दौरान विदेशी निवेशकों ने 65 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था। म्यूचुअल फंड ने इस दौरान बाजार से 25,923 करोड़ रुपए निकाल लिए। निफ्टी जब 7 से 8 हजार तक गया तो इनका निवेश 42 हजार करोड़ रुपए का था। म्यूचुअल फंड ने इसी दौरान 15 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया। 11 से 12 हजार के बीच में 34,256 करोड़ रुपए का निवेश विदेशी निवेशकों ने किया जबकि फंड हाउसेस ने 119,117 करोड़ रुपए का निवेश किया था।  

15 से 16 हजार के बीच में इन्होंने केवल 17,189 करोड़ रुपए का निवेश किया था। फंड हाउसेस ने 27,256 करोड़ रुपए का निवेश किया था। हालांकि सबसे कम विदेशी निवेश 10 से 11 हजार की यात्रा के दौरान रहा जो केवल 4,526 करोड़ रुपए था। पर म्यूचुअल फंड का निवेश इस दौरान 75,311 करोड़ रुपए का था।   

निफ्टी को 1 हजार अंक बढ़ने में सबसे ज्यादा 623 दिन लगा था। यह 14 मार्च 2017 को हुआ था। निफ्टी तब 8 से 9 हजार तक गया था। 11 से 12 हजार तक जाने में निफ्टी को 333 दिन लगे। यह 3 जून 2019 को हुआ था। 12 से 13 हजार जाने में इसे 368 दिन तक लगे थे। यह आंकड़ा 24 नवंबर 2020 को छुआ था। सबसे कम दिन इसे 25 दिन तब लगे, जब यह 14 से 15 हजार पर पहुंचा था। यह 8 फरवरी 2021 को हुआ था। 13 से 14 हजार तक जाने में इसे 26 दिन लगे थे। यह 1 जनवरी 2021 को हुआ था। हालांकि 15 से 16 हजार जाने में इसे 119 दिन का समय लगा था।   

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