घाटा देने वाली कंपनियों से भी कर सकते हैं कमाई, इन कंपनियों से निवेशकों को मिला फायदा
मुंबई– अमूमन घाटा देने वाली कंपनियों से दूर रहने की सलाह दी जाती है, लेकिन बाजार में ऐसी कई कंपनियां हैं जो घाटे में हैं। बावजूद पिछले एक साल में उनके शेयरों में अच्छी खासी तेजी दिखी है। यह कंपनियां कोई छोटी-मोटी नहीं हैँ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE के आंकड़े बताते हैं कि अगर टॉप की 10 कंपनियों को देखा जाए तो इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले एक साल में 2.30 लाख करोड़ रुपए बढ़ा है। यानी निवेशकों का भरोसा इन कंपनियों पर है। निवेशकों ने इस उम्मीद में निवेश किया है कि इन कंपनियों के दिन लौटेंगे।
इन दसों कंपनियों की बात करें तो इनका घाटा अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के दौरान 82 हजार करोड़ रुपए का रहा है। इसमें टाटा समूह की टाटा मोटर्स, इंडिगो, सरकारी कंपनी भेल, रिलायंस कैपिटल, आलोक इंडस्ट्रीज आदि हैं। इन कंपनियों के शेयरों में ब्रोकिंग हाउस भी निवेश की सलाह देते रहते हैं।
दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल की बात करें तो इसका घाटा 23 हजार 328 करोड़ रुपए का 1 साल में रहा है। एक साल पहले यह 33 हजार करोड़ रुपए के करीब था। पर इसी दौरान इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 56 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ा है। विदेशी ब्रोकिंग फर्म CLSA ने इसके शेयर का लक्ष्य 730 रुपए रखा है। इसके शेयर का भाव 541 रुपए है जो 623 रुपए तक गया था। मार्केट कैप 2.97 लाख करोड़ रुपए है।
इसी तरह टाटा मोटर्स ने एक साल में 13 हजार करोड़ रुपए का घाटा दिया है। हालांकि इसके मार्केट कैपिटलाइजेशन में 94 हजार 500 करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। इसमें भी विश्लेषक अभी तेजी देख रहे हैं। CLSA ने इसका लक्ष्य 450 रुपए का रखा है। शेयर खान ने 430 रुपए का लक्ष्य रखा है। अभी यह 351 रुपए पर कारोबार कर रहा है। इसका मार्केट कैप 1.17 लाख करोड़ रुपए है।
सरकारी कंपनी भेल का घाटा 2,743 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले यानी अप्रैल 2019 से मार्च 2020 के दौरान यह 1,494 करोड़ रुपए था। हालांकि सोमवार को इस शेयर में 12% की गिरावट आई थी। इसमें आगे और गिरावट की आशंका है। मंगलवार को यह 4% बढ़त के साथ 70 रुपए तक चला गया था। CLSA ने इसे 40 रुपए का लक्ष्य दिया है जबकि निर्मल बंग ने 48 रुपए का लक्ष्य दिया है।
इंडिगो को चलाने वाली इंटरग्लोब की बात करें तो यह भी भारी-भरकम घाटे में रही है। इसका घाटा अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के बीच 5,806 करोड़ रुपए का रहा है। पर इसके मार्केट कैप में 28 हजार करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। इसका शेयर अभी 1782 रुपए पर है जबकि मार्केट कैप 68,600 करोड़ रुपए है। इनके अलावा सरकारी बैंक पंजाब एंड सिँध बैंक और आलोक इंडस्ट्रीज के भी मार्केट कैप में इसी तरह की बढ़त रही है। हालांकि यह सभी घाटे में रहे हैँ।