रिजर्व बैंक ने GDP ग्रोथ रेट के अनुमान में 1% की कमी की, दरों में कोई बदलाव नहीं
मुंबई- भारतीय रिजर्व बैंक ने देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर के अनुमान में कमी की है। इसने कहा है कि इस चालू वित्त वर्ष यानी अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच जीडीपी की ग्रोथ रेट 9.5% रह सकती है। जबकि पहले यह अनुमान 10.5% का था।
रिजर्व बैंक ने आज अपनी मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के अंतिम दिन फैसलों को घोषित किया। इसके मुताबिक उसने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे जिन लोगों ने लोन लिया है, उनकी किस्त में कोई कमी नहीं होगी। हालांकि राहत की बात यह है कि जिन लोगों के पैसे बैंक में जमा हैं, उनके भी जमा पर ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं होगी।
अमूमन जब भी रिजर्व बैंक दरों में कटौती करता है तो उसका असर लोन लेने वालों और बैंक में पैसा जमा करने वालों दोनों पर पड़ता है। लोन लेने वाले की ब्याज दर कम हो जाती है तो डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज में भी कमी आ जाती है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि शहरी मांग में कमी और गांवों में कोविड के बढ़ते संक्रमण से विकास में बाधा और जोखिम पैदा हो रहा है।महंगाई में हाल ही में गिरावट से थोड़ी राहत जरूर मिली है जो सभी पक्षों से पॉलिसी को सपोर्ट करने और विकास की गति हासिल करने के लिए आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून आर्थिक रिकवरी के लिए सहायक सिद्ध होने वाला है। वैश्विक मांग में खुशहाली लौटने लगी है, जो भारत के निर्यात क्षेत्र को मजबूत करेगा। मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने कंज्यूमर प्राइस महंगाई की दरों को इस चालू वर्ष में 5% से ऊपर रहने का अनुमान लगाया है। इसमें पहले तिमाही में 5.2%, दूसरी तिमाही में 5.4%, तीसरी तिमाही में 4.7% और चौथी तिमाही में 5.3% रहने की उम्मीद जताई है। रिजर्व बैंक 17 जून को 40 हजार करोड़ रुपए की सरकारी प्रतिभूतियों यानी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की खरीदी करेगा। जबकि दूसरी तिमाही में 1.20 लाख करोड़ रुपए की सरकारी प्रतिभूति खरीदी जाएगी।
हॉस्पिटालिटी सेक्टर को रिजर्व बैंक ने 15000 करोड़ रुपए की मदद देने की बात कही है। इसी के साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि उसने सिडबी को 16 हजार करोड़ रुपए की सुविधा दी है ताकि यह पैसा रीफाइनेंस और उधारी के लिए दिया जा सके। इसी के साथ छोटे कारोबारियों और व्यक्तिगत लोगों को लोन की सुविधा को बढ़ाकर 50 करोड़ रुपए कर दिया है। पहले यह 25 करोड़ रुपए था। रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है