केंद्र सरकार को लेना होगा 1.58 लाख करोड़ रुपए की उधारी

मुंबई– कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। राज्यों के रेवेन्यू लॉस के भुगतान के लिए सरकार को लगातार दूसरे साल उधार लेना पड़ सकता है। क्योंकि देशभर से उपभोग टैक्स कलेक्शन में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इसकी बड़ी वजह कोरोना की वापसी को माना जा रहा है। 

ऐसी स्थिति में केंद्र को फाइनेंशियल इयर में अतिरिक्त उधार 1.58 लाख करोड़ रुपए लेना पड़ सकता है। केंद्र द्वारा राज्यों को 2.7 लाख करोड़ रुपए का भुगतान करना है। सरकार 1.1 लाख करोड़ रुपए जुटाने की प्रयास करेगी, लेकिन इस पर अभी सरकार की ओर से कोई बयान नहीं जारी हुआ है। राज्यों को मुआवजे सहित अन्य मामलों पर चर्चा के लिए शुक्रवार को GST काउंसिल की बैठक होने वाली है। 

केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दी जाने वाली यह राशि उस मुआवजे का हिस्सा है, जिस पर केन्द्र ने देशभर में GST लागू करते समय सहमति जताई है। इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को किसी भी रेवेन्यू लॉस का भुगतान करने को कहा है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने मुश्किलें बढ़ा दी, जिसका असर टैक्स कलेक्शन पर पड़ा है। अब इसे चुकाने के लिए सरकार को एक्सट्रा कर्ज लेना पड़ सकता है। 

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बार्कलेज के मुताबिक फाइनेंशियल इयर 2021-22 की GDP ग्रोथ पर 80 बेसिस पॉइंट की कटौती करते हुई ग्रोथ दर 9.2% रहने की आशंका जताई है। 3 मई को यह 11% से घटाकर 10% किया गया था। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *