फ्लिपकार्ट के किराना पार्टनर्स की 2020 में मासिक डिलीवरी में करीब 30% वृद्धि
बेंगलुरु-भारत के स्वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने आज यह खुलासा किया कि देशभर में इसके किराना पार्टनर्स ने वर्ष 2020 के दौरान, अपनी मासिक औसत डिलीवरी आमदनी में करीब 30 फीसदी बढ़त दर्ज की है। यह भारत में खुदरा बिक्री की सबसे पुरानी व्यवस्था यानी किराना स्टोर्स के प्रति फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता और डिजिटल माध्यमों के जरिए उनके लिए नए अवसर पैदा करने के प्रयासों का प्रमाण है।
फ्लिपकार्ट के किराना प्रोग्राम के तहत्, जनरल स्टोर्स, टेलर शॉप्स समेत मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स आदि ने ग्राहकों की दहलीज़ तक लाखों उत्पादों को पहुंचाने के लिए फ्लिपकार्ट के साथ भागीदारी करते हुए अपने लिए कमाई के नए अवसर जुटाए हैं।
फ्लिपकार्ट द्वारा जारी इन्साइट्स के मुताबिक, किराना पार्टनर्स की औसत मासिक डिलीवरी आय सबसे ज्यादा दक्षिण में बढ़ी है जबकि इसके बाद पूर्व, पश्चिम और उत्तर के राज्य रहे। जहां तक शहरों का सवाल है, हैदराबाद ने सबसे अधिक बढ़त दर्ज की है और इसके बाद अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु तथा पुणे का स्थान रहा। किराना डिलीवरी प्रोग्राम देशभर के सैंकड़ों किराना पार्टनर्स के लिए लॉकडाउन की अवधि में आर्थिक मोर्चे पर मददगार बना रहा है।
फ्लिपकार्ट के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट रजनीश कुमारने कहा कि ”फ्लिपकार्ट ग्रुप देशभर में इनोवेटिव पार्टनरशिप के जरिए किराना स्टोर्स की आमदनी को बढ़ावा देने तथा उन्हें डिजिटली समर्थ बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। किराना स्टोर्स भारत में खुदरा बिक्री की सबसे पुरानी और भरोसेमंद व्यवस्था है, सच तो यह है कि ये किराना स्टोर देश के खुदरा तंत्र का मजबूत और अनिवार्य आधार हैं, और हम बतौर स्वदेशी संगठन, इनके साथ काम करते हुए इन्हें नए सिरे से पहचान दिलाकर ई-कॉमर्स के परिप्रेक्ष्य में इन्हें कन्वीनिएंस स्टोर्स के तौर पर स्थापित कर रहे हैं।
फ्लिपकार्ट ने किराना पार्टनर्स की आमदनी बढ़ाने के लिए डिलीवरी में व्यापक रूप से विस्तार के मकसद से अनेक व्यावसायिक प्रक्रियाओं तथा टैक्नोलॉजी को लागू किया है। इसके अलवा, उन्हें व्यापक रूप से प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया और डिलीवरी, ऍप की कार्यप्रणाली तथा कस्टमर सर्विस जैसे पहलुओं की बारीकियों को भी विस्तार से समझाया गया।
2019 में लॉन्च, यह प्रोग्राम फ्लिपकार्ट द्वारा उपभोक्ताओं के स्तर पर बड़े पैमाने पर विस्तार करने, खासतौर से टियर 2 एवं टियर 3 शहरों तक में किराना स्टोर्स की पहुंच बढ़ाने के साथ-साथ उनकी आमदनी में बढ़ोतरी के मकसद से शुरू किया गया था। आमदनी के इस अतिरिक्त स्रोत के उपलब्ध होने पर, किराना पार्टनर्स के लिए अपने परिवारों की जरूरतें पूरी करना, अपने बच्चों की शिक्षा के लिए बचत कर पाना, कर्ज चुकाना और अन्य कई व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करना आसान हुआ है।