अप्रैल और मई में एसी और फ्रिज की बिक्री पर हुआ असर, बिक्री में भारी गिरावट
मुंबई– एसी, फ्रिज बनाने वाली कंपनियों को दूसरे साल भी पीक सीजन में जबरदस्त झटका लगा है। कोरोना की वजह से पिछले साल अप्रैल और मई में झटका लगने के बाद यह साल भी उसी तरह से इन कंपनियों के लिए है। इनकी बिक्री में जमकर गिरावट आ रही है।
देश में बढ़ते कोविड मामलों के कारण लॉकडाउन और प्रतिबंधों के कारण लगातार दूसरे वर्ष एयर कंडीशनर (AC) और रेफ्रिजरेटर की बिक्री अप्रैल और मई के पीक सीजन के दौरान प्रभावित हुई है। महामारी की स्थिति ने लंबे चौड़े टारगेट को छोड़कर कंपनियों को अपने लक्ष्य को फिर से सेट करने और प्री-कोविड (2019) की बिक्री संख्या को हासिल करने के लिए मजबूर किया है।
वोल्टास, डायकिन, ब्लू स्टार, पैनासोनिक और हेयर सहित इस सेगमेंट की प्रमुख कंपनियों ने 2019 की तुलना में इस साल अप्रैल की बिक्री में लगभग 75% की गिरावट दर्ज की है। इसके अलावा 2021 का मई महीना उनके लिए अब तक पूरी तरह से बेकार ही गया है। वर्तमान परिस्थिति में कंज्यूमर सेंटीमेंट को तगड़ा झटका लगा है। क्योंकि महामारी की तीसरी लहर की भयावहता का अभी से अनुमान लगाया जा रहा है। अनुमान के मुताबिक AC रेफ्रिजरेटर आदि जैसे कंप्रेसर आधारित ठंडक पहुंचाने वाले उत्पादों की बिक्री की रिकवरी कम रह सकती है। वह इसलिए क्योंकि लोग सुधार आने तक खर्चों को रोके रखना चाहते हैं।
AC बनाने वाली कंपनी वोल्टास ने कहा कि वह इस वित्त वर्ष में 10% से ज्यादा की बिक्री की उम्मीद कर रही थी लेकिन अब दूसरी लहर और प्रतिबंधों के कारण लक्ष्यों को फिर से सेट किया गया है। वोल्टास के MD CEO प्रदीप बख्शी ने कहा कि शुरू में बजटिंग करते समय हमारे पास 10% की दर से बढ़ने की काफी संभावनाएं थीं लेकिन अब पहली तिमाही धुल जाने के कारण हमारा प्रयास पिछले साल का प्रदर्शन दोहराने का होगा।
डायकिन एयरकंडीशनिंग इंडिया के MD CEO कंवल जीत जावा ने कहा कि हमने जो कुछ 2019 में किया, उसे हासिल करने में सक्षम हैं तो यही हमारे लिए काफी अच्छा होगा। पिछले साल का अप्रैल बेकार गया था और मई में सिर्फ 10% बिक्री हुई थी और जून में तो और हालात खराब थे। इस साल अप्रैल में बिक्री साल 2019 के मुकाबले 80% थी क्योंकि महीने के केवल पहले 15 दिन ही कामकाज हो सका। जावा ने कहा कि मई एक पूर्ण वॉशआउट की तरह लग रहा है। जून में 2019 के जून की तुलना में 75% सेल दे सकता है।
पैनासोनिक इंडिया और दक्षिण एशिया के CEO मनीष शर्मा ने कहा कि AC की बिक्री मार्च में सही शुरू हुई थी, लेकिन दूसरी लहर में कोविड मामलों में अचानक उछाल और आंशिक लॉकडाउन लगाने वाले अधिकांश राज्यों के कारण गर्मियों में बिक्री प्रभावित हो रही है। हम स्थिति पर पैनी नजर रख रहे हैं, लेकिन,चालू तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान बिक्री के अनुमान में 50% की गिरावट आ सकती है।
आम तौर पर, अप्रैल-जून तिमाही में गर्मियां काफी बढ़ जाती है। यही वजह है कि साल भर की कुल बिक्री का 30 से 35% सेल इसी दौरान होता है। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के मुताबिक, मई का पूरा महीना जो कूलिंग प्रॉडक्ट्स की पीक सेल्स का पीरियड माना जाता है, इंडस्ट्री के लिए लगभग वॉशआउट होने वाला है। क्योंकि मार्केट सिर्फ 15% खुला है और स्टोर्स पर फुटफॉल्स नगण्य हैं।
हैयर एप्लायंसेज इंडिया के अध्यक्ष एरिक ब्रेगांजा के अनुसार, एकमात्र उम्मीद यही है कि ये लॉकडाउन और कर्फ्यू जून तक ही प्रतिबंधित है, लेकिन समस्या यह है कि तब तक गर्मियों का मौसम खत्म हो जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण महीना है और अगर आप इसे खो देते हैं, तो आप कभी नहीं उबर सकते हैं। उन्होंने कहा कि AC सेगमेंट में कोई वृद्धि नहीं होगी और यह पिछले साल की तरह होगा।
ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी थियागराजन ने कहा मेरा अनुमान है कि साल के लिए 10 से 15% की वृद्धि हुई है। बख्शी ने कहा कि वोल्टास अगली कुछ तिमाहियों में अपनी पुरानी रफ्तार को फिर से पकड़ने की पूरी कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि अगर गर्मी का मौसम लंबा रहता है और यह जुलाई तक जारी रहता है, तो शायद हम उन नंबरों से मेल खा सकेंगे। लोग तीसरी लहर की आशंका से पैसे बचाने जा रहे हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता कि मेडिकल खर्च के लिए कब कितने पैसों की जरूरत पड़ जाए। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि बाजार ने जैसे पिछले साल काम किया था, वही इस साल भी दोहराया जाएगा।