15 साल के बाद दोबारा बैंकों के MD&CEO चुने जा सकते हैं अधिकारी
मुंबई– भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोमवार को कहा कि 15 साल तक अगर कोई अधिकारी किसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD&CEO) पद पर रहता है तो वह दोबारा भी इस पद पर चुना जा सकता है। हालांकि दोबारा चुने जाने के लिए उसे 3 साल तक इंतजार करना होगा।
रिजर्व बैंक ने सोमवार को यह जानकारी दी। उसने कहा कि 3 साल का जो अंतर है या इंतजार करना है, उस दौरान वह अधिकारी न तो इस बैंक के साथ रहेगा और न ही बैंक की किसी और कंपनी के साथ रहेगा। यानी उसे किसी भी हालत में बैंक से अलग होना होगा। हालांकि फिर से MD&CEO के पद पर चुने जाने के लिए अधिकारी को समय-समय पर रिजर्व बैंक से मंजूरी लेनी होगी। यही नियम पूर्णकालिक डायरेक्टर पर भी लागू होगा।
रिजर्व बैंक ने कहा कि यह नियम उसी के लिए लागू होगा, जो 15 साल से ज्यादा MD&CEO पद पर नहीं होगा। दोबारा नियुक्ति के लिए अधिकारी को बोर्ड की भी मंजूरी लेनी होगी। साथ ही अन्य शर्तें भी उसे पूरी करनी होगी। जो 3 साल की शर्त है, उसमें वह डायरेक्ट या इनडायरेक्ट किसी भी तरह से बैंक के साथ नहीं रहना चाहिए। चाहे वह कोई भी पद हो। पूर्णकालिक डायरेक्टर के लिए भी यही नियम लागू होगा।
रिजर्व बैंक के अनुसार, वे MD&CEO, जो बैंक के प्रमोटर्स हैं या उनके पास मेजॉरिटी हिस्सेदारी है, वे 12 साल से ज्यादा समय तक इस पद पर नहीं रह सकते हैं। हालांकि रिजर्व बैंक चाहे तो इसे 15 साल तक अपनी इच्छा पर बढ़ा भी सकता है। किसी असाधारण स्थिति में रिजर्व बैंक के पास यह अधिकार है कि वह 15 साल तक MD&CEO बनाए रख सकता है। यहां तक कि पूर्णकालिक डायरेक्टर के लिए भी वह यही काम कर सकता है।
15 साल या इससे ज्यादा पद पर किसी अधिकारी को रखने के लिए रिजर्व बैंक उसके प्रोग्रेस का लेवल, प्रमोटर शेयरहोल्डिंग के नियमों को भी देखेगा। इसके बाद वह इस पर फैसला लेगा। रिजर्व बैंक ने यह भी कहा है कि निजी सेक्टर के बैंक में कोई भी अधिकारी MD&CEO के पद पर 70 साल की उम्र के बाद नहीं रह सकता है। यह नियम पहले से ही है। पिछले साल ही देश के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक के आदित्य पुरी को इसी उम्र के आधार पर अपना पद छोड़ना पड़ा था। भारतीय बैंकिंग इंडस्ट्री में आदित्य पुरी सबसे लंबे समय तक MD&CEO के पद पर रहे हैं। वे करीबन 25 साल तक इस पद पर थे। उनके नेतृत्व में एचडीएफसी बैंक आज देश का निजी सेक्टर में सबसे बड़ा बैंक है।