सोने की कीमतें मई तक कम रह सकती हैं, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए रखनी होगी कम कीमत

नई दिल्ली– अगली बार जब आप सरकार के सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने जाएं तो एक बार खुले बाजार में भी सोने की कीमतें देख लें। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार का यह गोल्ड बांड अब सोने से महंगा हो गया है। हो सकता है कि आने वाले समय में सरकार बांड की कीमत कम कर दे, क्योंकि सोने की कीमतें और घट सकती हैं।  

कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के प्रोडक्ट मैनेजर क्षितिज पुरोहित ने कहा कि MCX पर गोल्ड के 43,800 से 44,000 रुपए के बीच ट्रेड करने का संभावना है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बांड की ब्याज दरों में अगर ऐसे ही बढ़ोतरी जारी रही तो सोने की कीमतें 41,500 प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती हैं। ऐसे में सॉवरेन गोल्ड बांड की आने वाली सीरीजों में इसकी कीमत कम होने की उम्मीद है।  

अमूमन हर बार सरकार गोल्ड बांड की कीमत खुले बाजार में सोने की कीमतों से कम रखती है। लेकिन 12 बार में से 7 अवसर ऐसे भी रहे हैं जब सोने की कीमतों में तेज गिरावट से बांड की कीमतें ज्यादा हो गई हैं। इस बार शनिवार को सोने का भाव प्रति ग्राम 4,388 रुपए पर था। जबकि बांड की कीमत 4,662 रुपए पर थी। यानी 274 रुपए हर ग्राम पर अंतर है। यह बांड 1-5 मार्च तक खुला था। RBI अब तक सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bond) की 12 सीरीज जारी कर चुका है। पहली सीरीज अप्रैल 2020 में जारी की गई थी। तब इसकी कीमत प्रति ग्राम 4,639 रुपए तय की गई थी।  

जिस सप्ताह में बॉन्ड को जारी किया जाता है उससे ठीक पहले वाले सप्ताह के आखिरी तीन दिनों में सोना के क्लोजिंग रेट की वरेज वैल्यू ही बांड की वैल्यू होती है। सरकार इस कीमत को किसी भी सीरीज के शुरू होने से करीब 5 दिन पहले जारी कर करती है। ऐसे में अगर इन 5 दिनों में या सीरीज के दौरान सोने का भाव गिरता या बढ़ता है तो भी गोल्ड बांड की कीमत में बदलाव नहीं होता है। पिछले कुछ दिनों से सोना लगातार गिर रहा है इसीलिए सोने की कीमत गोल्ड बांड से नीचे आ गई है। 

सोना 7 महीनों में ही करीब 12,320 रुपए सस्ता हो गया है। अगस्त 2020 में सोना 56,200 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था, जो 5 मार्च को 43,887 रुपए पर आ गया था। इस साल जनवरी में सोने की कीमतें 50,300 रुपए पर आ गई थीं। था। 1 जनवरी से अब तक सोना 6,413 रुपए से ज्यादा सस्ता हो चुका है। यानी सिर्फ 2 महीने में ही सोने की कीमत 13% कम हो गई है। 

पिछले 11 साल के इतिहास को देखें तो पता चलता है कि सोने में आगे तेजी आएगी। हालांकि यह तेजी जून, जुलाई और अगस्त में आएगी। ऐसे में मौजूदा लेवल से सोने में निवेश अच्छा रिटर्न दिला सकता है। मार्च से अगस्त तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में गिरावट के बाद अप्रैल में पिछले 11 सालों में औसतन 2.28 पर्सेंट तेजी रही है। जून, जुलाई और अगस्त में सोना शानदार रिटर्न देता आया है।  

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