सोने की कीमत में आई 10 हजार की गिरावट, पर जा सकता है 68 हजार के पार
मुंबई– सोने की चमक लगातार फीकी पड़ती जा रही है। सोने के दाम पिछले 8 महीने में सबसे निचले स्तर पर आ गए हैं। अभी सोना 46,130 रुपए प्रति 10 ग्राम बिक रहा है। इससे पहले 1 जून 2020 में सोना 46 हजार पर था। इसके बाद सोने की चमक लगातार बढ़ी और ये अगस्त में अपने ऑलटाइम हाई 56 हजार 200 रुपए पर पहुंच गया था। लेकिन अगस्त से लेकर अब तक सोना 10 हजार रुपए से भी सस्ता हो गया है। सिर्फ 6 महीनों में ही सोने की कीमत में 10 हजार रुपए से भी ज्यादा की कमी आई है।
1 हफ्ते में ही सोना 870 रुपए सस्ता हुआ है। 12 फरवरी को सोने का भाव 47 हजार पर था। जो अब 46,130 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। 19 फरवरी को सोने की कीमतों में 560 रुपए की गिरावट आई थी। इस समय फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5% आयात शुल्क देना होता है। 5% की कटौती के बाद सिर्फ 7.5% इंपोर्ट ड्यूटी देनी होगी। इससे सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है।
जब दुनिया की अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता की स्थिति बन जाती है तो निवेशक सोने में निवेश बढ़ा देते हैं। उनको लगता है कि सोने से उन्हें सुरक्षा मिलेगी और उसकी क़ीमत नहीं घटेगी। इसकी वजह से कोरोनाकाल में निवेशकों में सोने की मांग बढ़ गई थी।
भारत में सोने के दाम बढ़ने की एक दूसरी वजह बैंकों का 2018-19 में 600 टन सोना ख़रीदना भी थी क्योंकि इससे मांग बढ़ी और सोने के दाम ऊपर गए। लेकिन अब स्थिति सामान्य हो रही है और लोग शेयर बाजार में फिर से पैसा लगा रहे हैं। अगस्त 2020 तक सोने का भाव बढ़ता जा रहा था। लेकिन अगस्त में ही रूस ने पहली कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया। इसी के बाद सितंबर से सोना टूटने लगा। अब वर्ल्ड बैंक की भविष्यवाणी मानें, तो 2030 तक सोने के भाव में 10% से 20% तक की गिरावट आएगी।
अगले दो सालों में एक तोला सोना 68 हजार रुपए तक पहुंच सकता है। अर्थव्यवस्था को सुधरने में अभी वक्त लगेगा। जब तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरती, सोना सबसे ज्यादा रिटर्न देता रहेगा। आने वाले 2 सालों में एक तोला सोना 68 हजार पार कर सकता