रिलायंस की जियो मार्ट जुड़ेगी वॉट्सऐप से, घर तक पहुंचेगा सामान
मुंबई- मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड अपने ई-कॉमर्स ऐप जियोमार्ट को वॉट्सऐप से जोड़ सकती है। इस काम को 6 महीने के अंदर किया जाएगा। कंपनी वॉट्सऐप की मदद से अपने प्रोडक्ट्स को लोगों तक पहुंचाना चाहती है। रिलायंस ने जियोमार्ट सर्विस मई 2020 में 200 शहरों के साथ शुरू की थी। भारत में 40 करोड़ लोग वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं। वॉट्सऐप अपनी नई पॉलिसी के चलते विवादों में भी है।
वॉट्सऐप की मदद से जियोमार्ट लोगों के घर तक आसानी से पहुंच जाएगा। वो ऑनलाइन रिटेल मार्केट में पहले से जमे फ्लिपकार्ट और अमेजन को बड़ी चुनौती देगी। अंबानी भारतीय रिटेल मार्केट का बड़ा हिस्सा लेने की कोशिश में हैं। माना जा रहा है कि ये बाजार 2025 तक 1.3 ट्रिलियन डॉलर (करीब 95 लाख करोड़ रुपए) तक पहुंच जाएगा। रिलायंस देश का सबसे बड़ा ऑफलाइन रिटेलर भी है।
फेसबुक ने रिलायंस जियो का 9.99% हिस्सा खरीदा
अप्रैल 2020 में वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी फेसबुक और रिलायंस जियो के बीच डील हुई थी। फेसबुक ने रिलायंस जियो में 9.99% हिस्सा 43,574 करोड़ रुपये में खरीदा था। तब फेसबुक ने कहा था कि यह निवेश भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जियो भारत में जो बड़े बदलाव लाई है उससे हम भी उत्साहित हैं। चार साल से भी कम समय में रिलायंस जियो 388 मिलियन से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लेकर आया है।
रिलायंस और फेसबुक में बीते साल डील हुई थी। ऐसे में वॉट्सऐप यूजर्स का डेटा रिलायंस से शेयर किया जा सकता है। यूजर्स के डेटा के बिना जियोमार्ट को बेनीफिट नहीं मिलेगा। ये भी माना जा रहा है कि वॉट्सऐप के सभी 40 करोड़ यूजर्स का डेटा मुकेश अंबानी की जियोमार्ट से किया जा सकता है। जियोमार्ट अपनी सर्विस को वॉट्सऐप पर कैसे दिखाएगी, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
भारत में वॉट्सऐप पेमेंट को 20 मिलियन (2 करोड़) यूजर्स इस्तेमाल कर रहे हैं। कंपनी ने इस सर्विस को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक और ICICI बैंक के साथ लॉन्च किया था। इसे नवंबर 2020 में पीयर-टू-पीयर आधार पर लाइव होने की मंजूरी मिली है।