डायरेक्ट टैक्स कलेशन में 17.6% की कमी, 4.95 लाख करो़ड़ रुपए मिले
मुंबई– सरकार के रेवेन्यू में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मोर्चे पर जबरदस्त झटका लगा है। खबर है कि चालू वित्त वर्ष के 15 दिसंबर तक मिले इस कलेक्शन में 17.6% की कमी आई है। सरकार को अभी तक 4.95 लाख करो़ड़ रुपए इसके जरिए मिले हैं। जबकि पिछले साल इसी अवधि में सरकार को 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम मिली थी।
जानकारी के मुताबिक, इस चालू वित्त वर्ष में सरकार को पर्सनल इनकम टैक्स के रूप में 2.57 लाख करोड़ रुपए मिले हैं। जबकि 2.26 लाख करोड़ रुपए कॉर्पोरेट टैक्स के रूप में मिले हैं। डायरेक्ट टैक्स में इन्हीं दो मोर्चों पर ज्यादा टैक्स सरकार को मिलता है। हालांकि इसमें एडवांस टैक्स भी शामिल है।
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का सरकारी आंकड़ा आना अभी बाकी है पर शुरुआती अनुमान कुछ इसी तरह के हैं। दरअसल अभी तक बैंकों से टैक्स कलेक्शन का पूरा आंकड़ा नहीं आया है। जब बैंकों से कलेक्शन का आंकड़ा आएगा तब इसकी सही जानकारी मिल पाएगी। बता दें कि हर तिमाही के अंतिम महीने की 15 तारीख को एडवांस टैक्स भरा जाता है। इस बार यह टैक्स तीसरी तिमाही के लिए 15 दिसंबर को भरा गया है।
महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पुरानी कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स को घटाकर 25% और नई कंपनियों के लिए घटाकर 15% कर दिया है। अक्टूबर में सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश का राजकोषीय घाटा (fiscal deficit) बढ़कर 9.14 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो कि बजट अनुमान का 114.8% है।
फिस्कल डेफिसिट बढ़ने का मुख्य कारण सरकार के राजस्व में कमी आना है। पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में 23.9 पर्सेंट की गिरावट आई थी जबकि दूसरी तिमाही में 7.5 पर्सेंट की गिरावट आई थी। दूसरी तिमाही से स्थितियों मे सुधार आया है। क्योंकि अक्टूबर और नवंबर में जीएसटी का कलेक्शन एक साल पहले के स्तर पर पहुंच गया है। यानी कंपनियों का कारोबार ठीक चल रहा है जिससे जीएसटी का पेमेंट हो रहा है। अक्टूबर और नवंबर में जीएसटी का कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपए से ऊपर रहा है।