ICS Career GPS कैरियर विकल्पों के बारे में देगा जानकारी
मुंबई: कोविड महामारी ने जीवन के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदल दिया है। इस कठिन समय में रोज़गार के नए विकल्प को खोजना एक आवश्यकता बन गयी है। AI और रोबोटिक्स के युग में विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 तक 85% पारंपरिक कैरियर का स्वरुप या तो बदल जायेगा या वे विलुप्त हो जायेंगे। इसका अर्थ यह है कि इन पारंपरिक व्यवसायों की जगह तकनीक, नए समय की मांग तथा मानव सोच एवं सहानभूति कीआवश्यकता देखते हुए नए कैरियर क्ष्रेत्र निकलेंगे।
मुंबई एक ऐसा शहर है जो हमेशा कैरियर क्षेत्र में आगे रहा है, इस बार भी अन्य शहरो की अपेक्षा यह शहर इन् बदलावों को जल्दी स्वीकार लेगा। इस बदलते हुए रोज़गार परिवेश में मुंबई के पास एक जागरूक, पढ़ी लिखी और अच्छी तरह से यात्रा की हुई, युवा जनता है। एक सरकारी आंकड़े के अनुसार महाराष्ट्र के पास 4 करोड़ से आधिक बच्चे 18 वर्ष की आयु से कम है, जो आने वाले समय में इस राज्य को अच्छी ख़ासी बढ़त देगा।
छात्रों और पेशेवरो के लिया 1985 में स्थापित, इंस्टिट्यूट फॉर कैरियर स्टडीज (ICS) ने इस समस्या का समाधान ICS Career GPS द्वारा निकला है। डॉ अमृता दास आई.सी.एस की संस्थापिका व निदेशिका हैंऔर और उप्र सरकार द्वारा गठित स्टीयरिंग कमिटी जो की नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 का सफल कार्यान्वयन की सदस्य हैं। उनका कहना है कि पिछले कुछ महीनों में हमने बहुत से छात्रों और पेशेवरों को कैरियर क्षेत्र में दिशा निर्देश दिए है। हम मुख्य रूप से महारष्ट्र के टियर 2 शहरों जैसे नासिक , पूना, नागपुर और औरंगाबाद के युवाओ से जुड़ना चाहते है।
करियर काउंसलिंग पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में पांच करोड़ से अधिक छात्रों को करियर सम्बंधित सलाह की ज़रुरत है। एक और सर्वेक्षर के अनुसार 93% भारतीय छात्र को सिर्फ 7 करियर क्षेत्र के बारे में पता है, जबकि 250 से अधिक तरह के करियर उपलब्ध है।