कोरोना के बावजूद 2.19 करोड़ नई पॉलिसी एलआईसी ने जारी की, 6 साल में सबसे ज्यादा वृद्धि, 1.59 लाख करोड़ रुपए के दावे का निपटारा किया

मुंबई– देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी और बाजार की दिग्गज निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने कोरोना के बावजूद अच्छा काम किया है। इसने 2019-20 में 2.19 करोड़ नई पॉलिसी जारी किया जो पिछले 6 साल का रिकॉर्ड है। साथ ही इसी अवधि में निगम ने क्लेम सेटलमेंट (दावों के निपटान) के तहत कुल 159,770.32 करोड़ रुपए का भुगतान पॉलिसीधारकों को किया। इसके तहत कुल 215.98 लाख दावों का सेटलमेंट किया गया।  

एलआईसी ने एक सितंबर को अपने स्थापना दिवस पर यह जानकारी दी। एलआईसी ने कहा कि पिछले 64 सालों में उसने देश के निर्माण के लिए कार्य किया है। इस दौरान इसकी ढेर सारी सब्सिडियरी भी इसका योगदान करती रही हैं। इसमें प्रमुख रूप से एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, एलआईसी पेंशन फंड, एलआईसी म्यूचुअल फंड, एलआईसी कार्ड सर्विसेस, आईडीबीआई बैंक, एलआईसी एचएफएल केयर होम आदि हैं।  

5 करोड़ रुपए की शुरुआती पूंजी से 1956 में एलआईसी की शुरुआत की गई थी। आज इसकी असेट्स 31.96 लाख करोड़ रुपए है। निगम ने अब तक कुल 30.69 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह निवेश शेयर बाजार से लेकर डेट और अन्य साधनों में है। अगर भारतीय बाजार की लिस्टेड कंपनियों का वैल्यूएशन देखें तो 152 लाख करोड़ रुपए की तुलना में एलआईसी ने करीबन इसका पांचवां हिस्सा निवेश किया है।  

एलआईसी के पास इस समय 8 जोनल कार्यालय, 113 विभागीय कार्यालय, 74 कस्टमर जोन, 2048 शाखाएं, 1,526 सेटेलाइट ऑफिस, 3,354 लाइफ प्लस ऑफिस और 31,556 प्रीमियम प्वाइंट्स हैं। एक लाख से ज्यादा इसके पास कर्मचारी हैं। निगम के पास 12.08 लाख एजेंट हैं और 28.92 करोड़ से ज्यादा पॉलिसीज हैं। कुल 28 प्लान इंडिविजुअल बिजनेस के तहत एलआईसी ऑफर करती है। इसमें एंडोमेंट, टर्म इंश्योरेंस, चिल्ड्रेन, पेंशन, माइक्रो इंश्योरेंस आदि हैं। 

एलआईसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 में नए बिजनेस प्रीमियम में उसकी वृद्धि दर 25.17 प्रतिशत रही है। कुल फर्स्ट ईयर बिजनेस प्रीमियम 1.78 लाख करोड़ रुपए 31 मार्च 2020 तक रहा है। इसमें इसकी बाजार हिस्सेदारी 68.74 प्रतिशत है। पॉलिसी के मामले में बाजार हिस्सेदारी 75.90 प्रतिशत है। निगम ने पेंशन एवं ग्रुप बिजनेस में इतिहास रचा है। इसने एक लाख 26 हजार 696 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। न्यू बिजनेस प्रीमियम इनकम में इसकी वृद्धि दर 39.46 प्रतिशत रही है।  

एलआईसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कुल 215.98 लाख दावों का निपटारा किया गया। इसके तहत 1,59,770 करोड़ रुपए का पेमेंट किया गया। एलआईसी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म को भी डिजाइन किया है और इसका अनुभव अच्छा रहा है। कस्टमर मोबाइल ऐप पर 34 लाख यूजर्स हैं। साथ ही इसने गूगल पे, पेटीएम, फोन पे जैसे प्लेटफॉर्म पर भी प्रीमियम पेमेंट के लिए सुविधा दी है। इसके अलावा इसने चैटबोट भी लांच किया है।  

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